UP Black Fungus Highlights : लखनऊ में ब्लैक फंगस के 22 नए मरीज मिले, मेरठ में दाे की गई जान, सीएम योगी ने दिए यह निर्देश
प्रदेश भर में अब तक 150 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज सामने आ चुके हैं। ब्लैक फंगस का कहर बढ़ने के साथ ही मार्केट में इससे जुड़ी दवाइयों की भी कालाबाजारी होने लगी है।;
उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस भी तेजी से पांव पसार रहा है। राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पिछले कई दिनों से प्रदेश के विभिन्न जिलों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे सीएम योगी आदित्यनाथ ब्लैक फंगस को लेकर भी हालात पर नजर बनाए हैं। ब्लैक फंगस से जुड़ी तमाम अपडेट्स जानने के लिए जुड़े रहिये...
मेरठ में ब्लैक फंगस से दो और मरीजों की मौत
मेरठ में ब्लैक फंगस के 60 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। एलएलआर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में इस बीमारी से दो और लोगों ने अपनी जान गंवा दी, जिसके बाद अब तक मरने वाले लोगों की संख्या पांच हो गई है। यहां ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाया गया है। प्रशासन ने एंटिफंगल इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए कल अपना वाहन लखनऊ भेजा था, जिसके यहां पहुंचने से मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी।
एम्स गोरखपुर भी आगे आया
प्रदेश में बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामलों को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर भी आगे आया है। एम्स की कार्यकारी निदेशक डॉक्टर सुरेखा किशोर ने पत्रकारवार्ता में बताया कि ब्लैक फंगस की जांच मशीन उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन को लिखा गया है। ब्लैक फंगस से पीड़ित गंभीर मरीजों के लिए ऐसे रेफरल सेंटर चयनित किए जा रहे हैं, जहां उन्हें और भी बेहतर इलाज मिल सके। इसके लिए एम्स दिल्ली और किंग जार्ज मेडिकल यूनवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ से भी संपर्क में हैं।
लखनऊ में 22 नए मरीज मिले
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजधानी लखनऊ में ब्लैक फंगस के 22 नए मरीज मिले, जिसके बाद कुल मरीजों की संख्या 77 हो गई है। इनमें से 16 मरीज केजीएमयू में भर्ती हैं। जिले में अभी तक इस महामारी से होने वाली मौतों की संख्या सात बताई जा रही है।
सीएम योगी ने दिए सभी प्रबंध सुनिश्चित करने के आदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जनपदों में ब्लैक फंगस की दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पोस्ट कोविड अवस्था में ब्लैक फंगस से प्रभावित व्यक्तियों के उपचार के सभी प्रबन्ध भी सुनिश्चित को कहा है। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों को भी दवा उपलब्ध कराई जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इस व्यवस्था का दुरुपयोग न हो सके।
बता दें कि प्रदेश भर में अब तक 150 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज सामने आ चुके हैं। ब्लैक फंगस का कहर बढ़ने के साथ ही मार्केट में इससे जुड़ी दवाइयों की भी कालाबाजारी होने लगी है। प्रदेश सरकार ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के आदेश पहले से दे रखे हैं। साथ ही मरीजों का ब्योरा अपलोड करने के लिए प्रदेश सरकार ने अस्पतालों को एक पोर्टल का लिंक भी दिया है ताकि वास्तविक हालात पर 24 घंटे निगरानी सुनिश्चित हो सके।