वाराणसी के IVF Center के सभी 53 केस फेल, पीएम को शिकायत के बाद दिल्ली की महिला डॉक्टर पर केस दर्ज
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन ट्रीटमेंट यानी IVF ट्रीटमेंट प्राकृतिक तरीके से मां नहीं बनने वाली महिलाओं की सुनी गोद को भी भरा जा सकता है। हालांकि सही देखभाल न होने से यह ट्रीटमेंट फेल भी हो जाता है, लेकिन वाराणसी के आईवीएफ ट्रीटमेंट के सभी केस फेल हो चुके हैं। ऐसे में डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जानिये पूरा मामला...;
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन ट्रीटमेंट (IVF) के नाम पर 53 महिलाओं के साथ धोखाधड़ी (Fraud) का मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के पास शिकायत पहुंची तो आईवीएफ सेंटर (IVF Center) की संचालक दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मनिका खन्ना (Dr. Monica Khanna) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। यह केस वाराणसी के कैंट थाने (Varanasi Cantt Police Station) में बुधवार रात को दर्ज किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिकायतकर्ता पांडेयपुर क्षेत्र की आवास विकास कॉलोनी निवासी बीके सिंह ने बताया कि डॉ. मनिका का पांडेयपुर क्षेत्र में GAUDIUM IVF सेंटर है। उन्होंने 2019 से लेकर 2021 अक्टूबर तक अलग-अलग शहरों की लगभग 53 महिलाओं का आईवीएफ ट्रीटमेंट किया, लेकिन सभी का आईवीएफ ट्रीटमेंट फेल हो गया। आरोप है कि आईवीएफ ट्रीटमेंट के लिए प्रत्येक महिला से औसतन ढाई से तीन लाख रुपए वसूले जाते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर मनिका ने 53 मरीजों के साथ सीधा धोखाधड़ी की क्योंकि उन्होंने एक भी किसी महिला का रिकॉर्ड तक नहीं रखा। हमने जांच पड़ताल की तो पता चला कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के मानक के अनुरूप कोई प्रशिक्षित स्टॉफ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब हमने यह मामला उठाया तो डॉ. मनिका 22 सितंबर 2021 को पांडेयपुर स्थित अपना सेंटर बंद कर दिल्ली चली गईं। उन्होंने दिल्ली के जनकपुरी स्थित उनके IVF ट्रीटमेंट सेंटर गए. लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हमारे साथ डॉ. मोनिका के स्टाफ ने भी अभद्रता की।
उन्होंने कहा कि इस मजबूरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमने शिकायत की। हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर डॉ. मनिका के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करेगी ताकि भविष्य में कोई डॉक्टर ऐसे मरीजों के साथ धोखाधड़ी न करे। कैंट थाने की पुलिस ने मुकदमे की जांच शुरू कर दी है।