सीएम योगी ने कहा- यूपी ने मातृ और शिशु मृत्यु दूर को कम किया, जनसंख्या विस्फोट बड़ी चुनौती
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का किया शुभारंभ। इस थीम का उद्देश्य लोगों को सीमित परिवार का संदेश देना है।;
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज लखनऊ (Lucknow) में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा (Population Stability Fortnight) का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यूपी ने मातृ मृत्यु दर (Maternal Mortality Rate) और शिशु मृत्यु दर (Infant Mortality Rate) कम करने की दिशा में रिकॉर्ड को बेहतर किया है। इस दिशा में इसे और बेहतर करने की जरूरत है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि जनसंख्या स्थिरीकरण के बारे में व्यापक जागरूकता के कार्यक्रम विगत पांच दशकों से देश में चल रहे हैं। एक निश्चित पैमाने पर जनसंख्या समाज की उपलब्धि भी है, लेकिन यह उपलब्धि तभी है, जब समाज स्वस्थ व आरोग्यता की स्थिति को प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास स्किल्ड मैनपावर है तो समाज के लिए उपलब्धि होती है। जहां बीमारी, अव्यवस्था, पर्याप्त संसाधनों का अभाव हो, वहां जनसंख्या विस्फोट अपने आप में एक चुनौती भी होती है।
बता दें कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार विश्व जनसंख्या दिवस के उपलक्ष्य में 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस थीम का उद्देश्य लोगों को सीमित परिवार का संदेश देना है। इसकी पहले से तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारियां दे दी गईं थीं।
दरअसल, विश्व के तमाम देशों की तरह भारत में भी जनसंख्या का भार बढ़ता जा रहा है। लोगों का इस ओर ध्यान खींचने पर 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। इस दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की शासी परिषद द्वारा पहली बार 1989 में तब हुई थी, जब आबादी का आंकड़ा करीब 500 करोड़ के आस-पास पहुंच गया था। संयुक्त राष्ट्र की गवर्निंग काउंसिल के फैसले के अनुसार 1989 में विकास कार्यक्रम में विश्व स्तर पर सिफारिश करके फैसला लिया गया कि हर साल 11 जुलाई का दिन विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया जाएगा।