पीलीभीत में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का किसानों ने किया घेराव, कृषि कानूनों की वापसी समेत इन मांगों को लेकर जमकर हंगामा

श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या पूरनपुर तहसील स्थित ब्लॉक में आयोजित साईकिल वितरण कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। इस दौरान पीलीभीत में किसानों ने उनका काफिला रूकवा लिया। किसानों ने अपनी समस्याएं गिनाते हुए चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो कोई बीजेपी को वोट नहीं देगा।;

Update: 2021-08-04 14:13 GMT

उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को आज पीलीभीत में किसानों का भारी विरोध झेलना पड़ा। पूरनपुर तहसील स्थित ब्लॉक में आयोजित साईकिल वितरण कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे स्वामी प्रसाद मौर्य का काफिला रुकवाने के बाद किसानों ने उनके समक्ष बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लगाए। किसानों ने गन्ने के बकाया भुगतान जल्द से जल्द करने के साथ ही केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की भी मांग रखी। इस दौरान किसानों ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किसानों ने कहा कि प्रदेश में मंडियों की हालत बेहद खराब है। किसानों को गन्ने का बकाया भुगतान नहीं मिला है। एमएसपी पर गेहूं की खरीद नहीं हुई। किसानों ने कहा कि हम केवल अपना हक मांग रहे हैं। हमने बीजेपी को वोट दिया, चार विधायक बीजेपी के, सांसद बीजेपी का, मेनका गांधी और वरुण गांधी हमारी एक बात नहीं सुनते। एक बार मंडी नहीं आए। किसान नेता स्वराज सिंह ने आरोप लगाया कि किसानों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसानों ने केंद्र के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ भी भड़ास निकाली और कहा कि इन तीनों काले कानूनों को जल्द से जल्द वापस लिया जाना चाहिए। साथ ही चेतावनी दी कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो कोई बीजेपी को वोट नहीं देगा। 

श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने किसानों की सभी बातों को सुना और भरोसा दिया कि सरकार किसानों के साथ है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैंने किसानों से बात की है। उन्होंने कुछ समस्याएं बताई हैं, जिनका समाधान कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों के हित में काम कर रही है। प्रदेश के किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। 

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