लखनऊ में गणतंत्र दिवस परेड में कुर्सी की होड़, आपस में भिड़े दो मंत्री! वीडियो वायरल
गणतंत्र दिवस के अवसर पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की बगल की कुर्सी पर बैठने के लिए होड़ नजर आई। पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने मौजूदा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी को दूसरी कुर्सी पर बैठने को कहा। इस दौरान अंसारी के चेहरे के भावों को नीचे वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता था।;
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गणतंत्र दिवस पर बेहद ही चौंकाने वाली घटना सामने आई। यहां गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान राज्य के पूर्व मंत्री और मौजूदा मंत्री के बीच कुर्सी को लेकर खींचतान हो गई। हालांकि इस स्थिति को संभाल लिया गया, लेकिन किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अब लोग विभिन्न प्रतिक्रियाएं देकर ट्रोल कर रहे हैं।
दरअसल मामला यह है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बगल की कुर्सी पर बैठने के लिए होड़ नजर आई। पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने मौजूदा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी को दूसरी कुर्सी पर बैठने को कहा। इस दौरान अंसारी के चेहरे के भावों को साफतौर पर देखा जा सकता था। इतना ही नहीं अंसारी इस अवसर पर ज्यादा खुश नजर नही आए। लेकिन, कार्यक्रम समापन होने के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया के सवालों का जवाब देने से मना कर दिया। मोहसिन रजा की ये हरकत किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल में कैद कर ली, जिसके बाद इस वीडियों को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
लखनऊ में गणतंत्र दिवस के मौके पर गुरुवार को राजभवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में सीएम योगी के अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और अन्य मंत्री शामिल होने पहुंचे थे। सीएम योगी और डिप्टी सीएम के बराबर में लगी कुर्सी पर जैसे ही दानिश अंसारी ने बैठने का प्रयास किया तो पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने इशारा करते हुए दूसरी कुर्सी पर बैठने के लिए कहा। इसके बाद अंसारी के चेहरे के भाव ही बदल गए। लेकिन, अंसारी ने मामला संभाल लिया और बराबर में लगे सोफे पर बैठ गए। गणतंत्र दिवस के दौरान यूपी में जो घटनाक्रम हुआ, किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बना सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद लोगों के अलग-अलग तरीके के कमेंट देखने को मिल रहे है। अलग-अलग महकमें में चर्चा है कि पूर्व मंत्री मोहसिन रजा को बड़प्पन का परिचय देना चाहिए था। दानिश जहां बैठ रहे थे, उन्हें बैठे रहने देना चाहिए था।