Prayagraj में नकली प्लेटलेट्स बेचने वाला गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा, 10 आरोपी अरेस्ट
प्रयागराज में नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले गिरोह के दस सदस्यों को अरेस्ट किया है। इनके पास से नकली प्लेटलेट्स के 18 पाउच, 13 मोबाइल, एक लाख रुपये नकद और अन्य सामान बरामद किया गया है।;
प्रयागराज (Prayagraj) में नकली प्लेटलेट्स (Fake Platelets) बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ (Gang Busted) हुआ है। पुलिस ने इस गिरोह के दस सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से नकली प्लेटलेट्स के 18 पाउच, 13 मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया गया है। पुलिस (Police) इस गिरोह की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता मान रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रयागराज के एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि यह सभी आरोपी ब्लड बैंक से प्लाज्मा लेते थे। इसके बाद इस प्लाज्मा को अलग-अलग पाउच में भरकर उसमें प्लेटलेट्स का फर्जी स्टिकर लगाकर बेच देते थे। उन्होंने बताया कि डेंगू के चलते पीड़ित लोग इस गिरोह के झांसे में आ जाते थे।
उन्होंने बताया कि जब इस गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिली तो कोतवाली प्रभारी अमर सिंह रघुवंशी और एसओजी प्रभारी राजेश उपाध्याय के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने इस गिरोह को 21 अक्टूबर को एसआरएन मर्चरी के पास काबू कर लिया। उनके पास से 18 पाउच प्लाज्मा, तीन पाउच संदिग्ध प्लेटलेट्स, 13 मोबाइल, बाइक्स और एक लाख रुपये नकदी बरामद हुई है।
एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि यह गिरोह नकली प्लेटलेट्स की एवज में तीन से पांच हजार रुपये तक वसूलते थे। आरोपियों का नाम प्रदीप कुमार पटेल, योगेश्वर सिंह, सरफराज, दिलीप शुक्ला, सुनील पांडे, प्रवीण पटेल, विकास पटेल, अभिषेक पटेल, दिलीप पटेल और राघवेंद्र सिंह उर्फ राहुल पटेल है। सरफराज ग्लोबल लैब में काम करता है। आरोपियों से पूछताछ चल रही है। आगे की जांच जारी है।