Hathras Gang Rape: हाथरस कांड पर बवाल, पीड़िता के गांव में मीडिया और विपक्षी दल के नेताओं पर पूर्ण प्रतिबंध, योगी प्रशासन ने दिया जवाब
Hathras Gang Rape: उत्तर प्रदेश के हाथरस में विपक्षी दलों का हंगामा जारी है। इसी बीच पुलिस प्रशासन ने पीड़िता के गांव में विपक्षी दल के नेताओं और मीडिया की एंट्री पर रोक लगा दी है। पुलिस ने कहा कि जब तक एसआईटी जांच नहीं कर लेती है, तब तक गांव में मीडिया पर बैन लगा रहेगा।
गांव में मीडिया पर रोक
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाथरस में पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए विपक्ष के नेताओं को रोका जा रहा है, तो वहीं अब मीडिया पत्रकारों पर भी रोक लगा दी गई है। पुलिस ने मीडिया के बैन लगाने पर जवाब देते हुए कहा कि मीडिया पर एसआईटी की जांच पूरी होने तक रोक जारी रहेगी।
बता दें कि जांच पूरी होने के बाद ही मीडिया को पीड़ित के गांव चंदपा में जाने की इजाजत दी जाएगी। फिलहाल, पुलिस ने पूरे गांव को घेर रखा है। गांव में आने और जाने वालों से पूछताछ की जा रही है। बाहरी व्यक्ति के आने पर रोक है।
नेताओं की गांव में एंट्री बंद
बीते दिन हाथरस गैंगरेप मामले पर कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका को ग्रेटर नोएडा में ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं आज टीएमसी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़िता के परिवार से मुलाकात के लिए जा रहा था, पुलिस ने उन्हें भी रोक दिया। पुलिस से धक्कामुक्की के दौरान तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन को धक्के मारकर जमीन पर गिरा दिया।
पीड़ित परिवार के फोन छीने
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने पीड़ित परिवार के सभी लोगों के फोन छीन लिए गए हैं। एक बच्चे ने जानकारी दी है कि घरवाले आपसे मिलना चाहते हैं, लेकिन उन्हें रोक जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को भी वहां से भगा दिया। पीड़िता के भाई ने बताया कि हमारे परिवार को धमकी पर धमकी मिल रहा है। हमारा फोन टेप किया जा रहा था।