Jamat UL-Vida 2021 : दावत-ए-रोजा इफ्तार में शामिल सपा विधायक समेत 35 नेताओं के खिलाफ केस दर्ज, जानिये क्यों
बिजनौर के नगीना से सपा विधायक मनोज पारस ने अपने ऊपर दर्ज मामले को बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया है। हालांकि पुलिस का इस मामले पर अलग ही पक्ष है।;
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण की मांग को लेकर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ लगातार मुखर हैं, वहीं उनकी ही पार्टी के नेता कोविड गाइडलाइंस का उल्लंघन कर रहे हैं। मामला बिजनौर का है, जहां सपा विधायक मनोज पारस समेत 35 नेताओं पर सामूहिक रोजा इफ्तार पार्टी में जाने पर महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते कोरोना कर्फ्यू लगातार जारी है। प्रदेश में सभी प्रकार के धार्मिक आयोजनों पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लागू है। नगीना पुलिस का कहना है कि रोजा इफ्तार भी पूर्ण रूप से धार्मिक कार्यक्रम है। ऐसे में तय गाइडलाइंस का उल्लंघन करने पर सपा विधायक मनोज पारस समेत 35 नेताओं पर महामारी अधिनिगम के तहत केस दर्ज किया गया है।
बदले की भावना से की गई कार्रवाई
सपा विधायक मनोज पारस का कहना है कि रोजा इफ्तार कार्यक्रम में चंद लोग ही थे। कार्यक्रम के दौरान सामाजिक दूरी समेत तमाम नियमों का पालन किया गया था। बावजूद इसके बदले की भावना में यह केस दर्ज किया गया है।
लोग घरों में रहें और गरीबों की मदद करें
उधर, लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि राज्य में 'कोरोना कर्फ्यू' के कारण रमजान माह के अंतिम शुक्रवार को ऐशबाग ईदगाह में कुछ लोगों ने नमाज अदा की है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि घर के अंदर रहें और अपने घरों के बजट का 50 फीसद हिस्सा गरीबों व ज़रूरतमंदों की मदद करने के लिए खर्च करें।