Kanpur Violence: सुन्नी उलेमा काउंसिल ने कहा- कल जुमे की नमाज के बाद सीधे घर जाना, प्रदेश का मुखिया धार्मिक प्रवृत्ति का...
कानपुर की ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल ने सभी मस्जिदों के इमामों को पत्र लिखा है कि जुमे की नमाज पढ़ने के बाद लोगों को सीधे घर जाने का आग्रह किया जाए। काउंसिल के महासचिव हाजी मोहम्मद सलीम ने सीएम योगी के लिए दिया बड़ा बयान। पढ़िये यह रिपोर्ट...;
कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) के बाद शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज (Juma Namaz) के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। एक तरफ जहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षाबल तैनात है तो वहीं दूसरी जगह ड्रोन (Drone) के माध्यम से संवेदनशील स्थानों (Sensitive Places) पर निगरानी की जा रही है। यही नहीं, सोशल मीडिया (Social Media) पर भी निगाह रखने के साथ ही लोगों से भी संवाद किया जा रहा है ताकि शांति बनी रहे। इसी कड़ी में कानुपर की ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल (All India Sunni Ulema Council) ने भी बड़ा बयान दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कानुपर की ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल ने सभी मस्जिदों के इमामों को पत्र लिखा है कि जुमे की नमाज पढ़ने के बाद लोगों को सीधे घर जाने का आग्रह किया जाए और किसी प्रकार के विवाद में शामिल न हों। सुन्नी उलेमा काउंसिल के महासचिव हाजी मोहम्मद सलीम ने कहा कि नमाज लोगों में सुख शांति के लिए पढ़ी जाती है। पिछली बार जुमे के दिन हिंसा हुई थी। जुमे के दूसरे दिन मुसलमानों से शांति का संदेश जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश का मुखिया (सीएम योगी आदित्यनाथ) धार्मिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है, जो इस प्रदेश को न्यायपूर्वक चलाना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि सियासी दलों और उनके नुमाइंदों को जब यह शहर जला हुआ है तो इस पर मरहम लगाने का काम करें। उन्होंने मस्जिदों के इमामों से भी आह्वान किया कि नमाज पढ़ने के बाद लोगों को सीधे घर जाने का आग्रह करें।
डीएम बोले- लोगों से किया जा रहा संवाद
कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने कहा कि शहर में शांति व्यवस्था और अमन बनाए रखने के लिए लगातार स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन और मजिस्ट्रेट के द्वारा निगरानी रखी जा रही है। लोगों के साथ संवाद भी स्थापित किया जा रहा है ताकि किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या ना हो। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पोस्ट के लिए कमिश्नरी स्तर पर जो टीम गठित की गई है, उसके माध्यम से निगरानी की जा रही है। किसी भी प्रकार की हिंसा होने पर समुचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।