Kanpur Violence: कानपुर हिंसा के बाद बुलडोजर का इंतजार खत्म, 100 से ज्यादा घरों की सूची बनाई
कानपुर हिंसा मामले की जांच कर रही टीम ने आज क्राइम सीन को भी क्रियेट किया है। साथ ही, 100 से ज्यादा इमारतों की सूची केडीए को भेजी है ताकि अवैध से बनी इमारतों पर बुलडोजर कार्रवाई हो सके।;
उत्तर प्रदेश के कानपुर में तीन जून को भड़की हिंसा मामले में अब आरोपियों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है। पुलिस आज हिंसा वाले इलाके में क्राइम स्क्रीन कर रही है ताकि आरोपियों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा ठोस सबूत एकत्र किए जा सके। इस दौरान पुलिस कमिश्नर ने 100 से ज्यादा घरों की सूची बनाई है, जो कि अवैध हैं या नहीं। इसका मिलान होते ही बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कानपुर हिंसा मामले की जांच कर रही टीम ने आज क्राइम सीन को भी क्रियेट किया है। कानपुर एसीपी और एसआईटी के सदस्य त्रिपुरारी पांडे ने बताया कि हम सफाई कर्मचारियों के साथ घटनास्थल का बारिकी से जायजा ले रहे हैं। हम छोटे से छोटा सबूत इकट्ठा कर रहे हैं ताकि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो सके।
पीएफआई के तीन सदस्य गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कानपुर पुलिस ने पीएफआई के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। कानपुर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि कानपुर हिंसा में गिरफ्तार आरोपियों से पीएफआई के इन सदस्यों का लिंक मिला है। अभी तीन को अरेस्ट किया है और कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बता दें कि पीएफआई ने कल यानी मंगलवार को पत्र जारी किया था कि उनका कानपुर हिंसा से उनका कोई लेनादेना नहीं है। साथ ही पुलिस पर निष्पक्ष कार्रवाई न करने और केवल मुसलमानों को ही टारगेट करने का आरोप लगाया था।
बता दें कि कानपुर हिंसा मामले की जांच बढ़ने के साथ उपद्रवियों के चेहरे बेनकाब होते जा रहे हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हम सोशल मीडिया पर भी भड़काऊ बयान देने वालों पर भी कार्रवाई कर रहे हैं। बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व जिला सचिव हर्षित श्रीवास्तव को भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस अधिकारी का कहना है कि आरोपी चाहे किसी भी दल से क्यों न हो, अगर कानून व्यवस्था में बाधा बनता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।