पूर्वांचल के लोगों को पीएम मोदी का तोहफा: 9 नए मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन के बाद पूर्व सरकारों पर जमकर बरसे, पढ़ें भाषण की खास बातें

पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सिद्धार्थनगर से 9 नए मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने सिद्धार्थनगर में एक रैली के दौरान उत्तर प्रदेश की पूर्व सरकारों पर जमकर निशाना साधा।;

Update: 2021-10-25 06:08 GMT

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रदेश की जनता को एक बड़ा तोहफा दिया। सोमवार को सिद्धार्थनगर पहुंच पीएम मोदी ने 9 नए मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया। ये मेडिकल कॉलेज प्रदेश के अलग अलग इलाकों में हैं। पीएम मोदी ने सिद्धार्थनगर में आयोजित एक कार्यक्रम से सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर जिलों में स्थित मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे।

पीएम नरेंद्र मोदी ने सिद्धार्थनगर में एक रैली के दौरान यूपी की पूर्व सरकारों पर जमकर निशाना साधा और उन्होंने कहा कि पहले पूर्वांचल की छवि को पिछली सरकारों ने बर्बाद किया। दिमागी बुखार के कारण बदनाम किया गया। लेकिन ये वहीं क्षेत्र अब नई उम्मीदों का संचार करेगा। यूपी के लोग यह नहीं भूल सकते कि योगी जी ने यूपी की खराब चिकित्सा प्रणाली के बारे में कैसे प्रकाश डाला था। 

सिद्धार्थ नगर की रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि क्या पहले कभी ऐसा हुआ है कि 9 कॉलेजों का उद्घाटन हुआ। इसका कारण राजनीतिक प्राथमिकताएं हैं। पिछली सरकारें केवल अपने परिवार के लॉकर भर रही थी और अपनी कमाई भी कर रही थी। लेकिन हमारी प्राथमिकता गरीबों का पैसा बचाना और उन्हें सुविधाएं मुहैया कराना है। इन नए 9 मेडिकल कॉलेजों को खोलने से 2500 से अधिक नए बेड जोड़े गए हैं। इन अस्पतालों की वजह से 5,000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। पहले की सरकार ने पूर्वांचल के लोगों को बीमारियों से पीड़ित होने के लिए छोड़ दिया था, लेकिन अब यह उत्तर भारत का मेडिकल हब बन जाएगा। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने रैली के दौरान कहा कि सही ही कहा जाता है जाके पाँव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई। सालों-साल तक या तो बिल्डिंग ही नहीं बनती थी, बिल्डिंग होती थी तो मशीनें नहीं होती थीं, दोनों हो गईं तो डॉक्टर और दूसरा स्टाफ नहीं होता था। ऊपर से गरीबों के हजारों करोड़ रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की सायकिल चौबीसों घंटे अलग से चलती रहती थी। 7 साल पहले जो दिल्ली में सरकार थी और 4 साल पहले जो यहां यूपी में सरकार थी, वो पूर्वांचल में क्या करते थे?

आगे कहा कि जो पहले सरकार में थे, वो वोट के लिए कहीं डिस्पेंसरी की, कहीं छोटे-मोटे अस्पताल की घोषणा करके बैठ जाते थे। क्या कभी किसी को याद पढ़ता है कि यूपी के इतिहास में कभी एक साथ इतने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हुआ हो? पहले ऐसा क्यों नहीं होता था और अब ऐसा क्यों हो रहा है, इसका एक ही कारण है राजनीतिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक प्राथमिकता।

पीएम ने आगे कहा कि योगी आदित्यनाथ को जनता-जनार्दन ने सेवा का मौका दिया, तो कैसे उन्होंने दिमागी बुखार को बढ़ने से रोक दिया। इस क्षेत्र के हजारों बच्चों का जीवन बचा लिया। सरकार जब संवेदनशील हो, गरीब का दर्द समझने के लिए मन में करुणा का भाव हो तो इसी तरह काम होता है। यूपी के भाई-बहन भूल नहीं सकते कि कैसे योगी आदित्यनाथ ने संसद में यूपी की बदहाल मेडिकल व्यवस्था की व्यथा सुनाई थी। तब योगी राज्य के सीएम नहीं थे, तब सांसद थे। 


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