सीएए-एनआरसी विरोध हिंसक प्रदर्शन: पुराने लखनऊ में लगे 15 आऱोपियों के पोस्टर, इनाम भी हुआ घोषित
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों के पोस्टर में मौलाना सैफ अब्बास और शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक के बेटे कल्बे सिब्तेन नूरी की तस्वीरें भी शामिल हैं।;
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में साल 2019 में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन मामले में पुलिस ने कई आरोपियों पर 5 हजार रुपये के इनाम का ऐलान किया है। यहां पर आरोपियों के पोस्टर भी लगाए लगा दिए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों के पोस्टर में मौलाना सैफ अब्बास और शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक के बेटे कल्बे सिब्तेन नूरी की तस्वीरें भी शामिल हैं। यानी कुल मिलाकर पोस्टर में 15 लोग शामिल हैं। इन 15 आरोपियों में से 8 आरोपियों को गैंगस्टर एक्ट के प्रावधानों के तहत वांटेड घोषित किया गया है। सभी आरोपियों के घर के बाहर भी नोटिस चस्पा दिया गया है। पुलिस ने डुगडुगी पिटवाकर फरार आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी शुरू करा दी है।
पुलिस ने बताया कि पोस्टर में शामिल इरशाद, हसन और आलम ने बीते गुरुवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। जबकि, अन्य आरोपी जमाल, सैफ अब्बास, सलीम चौधरी, कल्बे सिब्तेन नूरी, कासिफ, तौकीर, हलीम, नीलू, मानू, इस्लाम, आसिफ और शकील अभी फरार हैं। इन सभी आरोपियों पर पुलिस के द्वावा इनाम घोषित किया जा चुका है। पुलिस ने बताया कि इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगाई गई हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि साल 2019 दिसंबर महीने में लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया था। हिंसक प्रदर्शन के दौरान हजरतगंज तक कई थाना क्षेत्र में तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी। इसके बाद राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए ऐलान किया था कि जनता और सरकारी संपत्ति को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई इन प्रदर्शनकारियों से की जाएगी। इस मामले में ठाकुरगंज, हजरतगंज, हसनगंज थानों में मुकदमे दर्ज किए गए थे।