BSP सुप्रीमो मायावती ने नौकरियों की नियुक्तियों पर मोदी सरकार को घेरा, पूछा- ये भी चुनावी छलावा तो नहीं
बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अगले डेढ़ साल में दस लाख नौकरियों के ऐलान पर केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हम सदन के भीतर और सड़कों पर मांग करते रहे, लेकिन नहीं सुना। उन्होंने सवाल उठाने के साथ मोदी सरकार से बड़ी मांग भी कर दी है। पढ़िये यह रिपोर्ट...;
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की केंद्र सरकार (Central Government) ने डेढ़ साल में दस लाख नौकरियां (10 Lakh Recruitments) देने को ऐलान किया गया है। इस कदम को बीजेपी (BJP) नेताओं ने सराहा है तो वहीं विपक्ष (Opposition) ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती (BSP Supremo Mayawati) ने भी मोदी सरकार (Modi Government) की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि कहीं यह नया चुनावी छलावा तो नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्र सरकार की ओर से डेढ़ साल में दस लाख नौकरियां देने का ऐलान होने के बाद दो सिलसिलेवार ट्वीट किए हैं। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा, 'केन्द्र की गलत नीतियों व कार्यशैली के कारण गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी व रुपए का अवमूल्यन आदि अपने चरम पर है, जिससे सभी त्रस्त व बेचेन हैं, तब केन्द्र ने अब अगले डेढ़ वर्ष में अर्थात लोकसभा आमचुनाव से पहले 10 लाख भर्ती की घोषणा की है, जो यह कहीं नया चुनावी छलावा तो नहीं है? '
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार ने दस लाख पदों को भरने की घोषणा की है, लेकिन एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों में इससे ज्यादा पद रिक्त पड़े हैं। इन रिक्त पदों पर नियुक्तियां करने की मांग को लेकर हमने विशेष अभियान चलाए और संसद के अंदर व बाहर भी लगातार मांग करते रहे, लेकिन उनके बारे में सरकार चुप है। उन्होंने कहा कि यह समाज गरीबी व बेरोजगारी आदि से सर्वाधिक दुःखी व पीड़ित है। उन्होंने सरकार से इन मांगों को भरने की भी मांग की है।