UP: 36 किलो सोने और 6 करोड़ रुपये का मालिक कौन?, 10 माह बाद भी नहीं मिल रहा मालिक
ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी में अगस्त 2020 में जिले की सबसे बड़ी चोरी हुई। यहां से चोर 36 किलो सोना और 6 करोड़ से ज्यादा की नगदी चुराकर ले गए। चोरी को अंजाम देने वाले चोर भी पकड़े गए;
ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) की सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी में अगस्त 2020 में जिले की सबसे बड़ी चोरी हुई। यहां से चोर 36 किलो सोना और 6 करोड़ से ज्यादा की नगदी चुराकर ले गए। चोरी को अंजाम देने वाले चोर भी पकड़े गए, लेकिन अभी तक पुलिस सोने और नगदी के मालिक तक नहीं पहुंच पाई। जबकि 10 माह का समय बीत चुका हैं।
मामले की जांच के लिए पुलिस ने इनकम टैक्स डिमार्टमेंट (Income tax department) और ईडी(ED) को भी पत्र लिखा था। इनकी तरफ से जांच में दिलचस्पी न लेने पर करोड़ों के काले धन की पहेली आज अनसुलझी है। किराए के फ्लैट करोड़ों की नकदी और सोने की ईंट छिपाकर किसने रखी थीं। दरअसल, दो चारों के गिरफ्तार होने के बाद अभी भी करोड़ों के माल का कोई मालिक सामने नहीं आया है। बता दें कि, सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट नंबर-301 से अगस्त 2020 में चोरों ने 36 किलो सोना और छह करोड़ से अधिक की नकदी चुरा ली थी। 11 जून 2021 को नोएडा पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। चोरी की वारदात को 10 चोरों ने अंजाम दिया था।
चोरों से पुलिस 17 किलो सोना और 57 लाख रुपये की नकदी समेत 12 करोड़ का माल बरामद कर चुकी है। फिलहाल यह सोना और नकदी कोषागार में जमा है। हालांकि, गिरफ्तार किए गए चोरों को जमानत मिल चुकी है। अपर आयुक्त कानून और व्यवस्था लव कुमार (love kumar) ने बताया कि राममूर्ति पांडेय और उसके बेटे किशलय पांडेय को कई बार नोटिस भेजा चुका है, लेकिन अभी तक नहीं आए हैं। पूछताछ के बाद ही साफ हो सकेगा कि यह सोना और नगदी किसकी है। सेक्टर-20 थाना प्रभारी को इस मामले का जांच अधिकारी बनाया गया है। लव कुमार का कहना है कि ईडी भी इस मामले की जांच कर रही है। गोपाल को पुलिस पूरे मामले का सरगना मान रही है। गोपाल को किशलय पांडे के ड्राइवर ने नगदी और सोने रखे होने की जानकारी दी थी।