अबू धाबी पुलिस ने ग्रेटर नोएडा के कारोबारी को किया अरेस्ट, कहा- आपकी शक्ल अपराधी जैसी... सख्त कानूनों से परिवार खौफजदा
ग्रेटर नोएडा के सीमेंट कारोबारी प्रवीण कुमार अपनी पत्नी ऊषा के साथ स्विजरलैंंड घुमने गए। अबू धामी से स्विजरलैंड के लिए दूसरी फलाइट पकड़नी थी, लेकिन इससे पहले पुलिस ने प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया। चूंकि अबू धामी के कानून सख्त हैं, लिहाजा परिवार डर में है।;
दुनिया भर में एक जैसे सात चेहरे होने का दावा आपने भी सुना होगा, लेकिन हमशक्ल होने के चलते खामियाजा भुगतना पड़े, इसका प्रमाण अबू धामी की एक घटना से सामने आ रहा है। अबू धामी पुलिस (Abu Dhabi Police) ने नोएडा (Noida) के एक कारोबारी (Businessman) को सिर्फ इसलिए अरेस्ट कर लिया क्योंकि उनका चेहरा किसी अपराधी (Criminal) के चेहरे से मिलता है।
कारोबारी की पत्नी भी गुहार लगाती रही, कई दस्तावेज दिखाती रही, लेकिन वहां की पुलिस ने एक नहीं सुनी। हालांकि अबू धामी पुलिस ने पत्नी को वापस भारत (India) जाने दिया। अब देश लौटने पर महिला ने गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) जिला प्रशासन को पूरे मामले से अवगत कराकर अपने पति की रिहाई कराने की मांग की है। मामला सामने आते ही जिलाधिकारी सुहास एलवाई (DM Suhas LY) ने विदेश मंत्रालय को इस बाबत पत्र भेज दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नोएडा के कारोबारी प्रवीण कुमार सीमेंट और स्टील का कारोबार करते हैं। सीमेंट कंपनी ने उन्हें अपनी पत्नी समेत स्विजरलैंड टूर पर भेजा था। प्रवीण अपनी पत्नी ऊषा के साथ 11 अक्टूबर को दिल्ली से स्विजरलैंड के लिए रवाना हुए। इन्हें अबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से स्विजरलैंड के लिए दूसरी फ्लाइट पकड़नी थी।
ऊषा ने बताया कि अबू धाबी पुलिस ने उनके पति को रोक लिया और कहा कि आपकी शक्ल एक अपराधी से मिलती है। हमने कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो बात सुनने को तैयार नहीं थे। मुझे वापस भारत भेज दिया, जबकि प्रवीण को अरेस्ट कर लिया। उन्होंने बताया कि कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन तब से प्रवीण से बात नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी जान को लेकर खतरा महसूस हो रहा है क्योंकि अबू धामी के कानून बेहद कड़े हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पति निर्दोष हैं।
उन्होंने बताया कि मैंने इस बारे में गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को पूरे मामले से अवगत कराया। उन्होंने विदेश मंत्रालय को इस बाबत पत्र भेजा है। उन्होंने भरोसा दिया है कि प्रवीण की जल्द वापसी होगी। उन्होंने विदेश मंत्रालय से भी इस बाबत तेजी से कार्रवाई करने का आग्रह किया है।