प्रयागराज में इंसानियत शर्मसार : फिजियोथेरेपिस्ट तीन माह से कर रहा था लकवाग्रस्त बच्चे का यौन उत्पीड़न, परिजनों ने रंगे हाथ पकड़ा
परिजनों ने बताया कि बच्चे ने कई बार बताने की कोशिश की, लेकिन ठीक से बोल न पाने के कारण वे उसकी बात समझ नहीं सके। गुरुवार की रात उन्होंने आरोपी फिजियोथेरेपिस्ट को रंगे हाथ पकड़ा, तब पता चला कि वो तीन महीने से उनके बच्चे के साथ ज्यादती कर रहा था।;
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामना आया है। यहां एक फिजियोथेरेपिस्ट 9 साल के लकवाग्रस्त बच्चे का तीन महीने से यौन उत्पीड़न कर रहा था। बच्चा बोलने में असमर्थ है, जिस कारण वह अपने साथ हो रही दरिंदगी के बारे में परिजनों को भी समझा नहीं सका। आरोपी की घिनौना चेहरा तब सामने आया, जब परिजनों ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नैनी कोतवाली अंतर्गत एक क्षेत्र में रहने वाले परिवार का 9 साल का बेटा अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पा रहा था। जब डॉक्टरों के पास दिखाया तो बताया गया कि उसे लकवा हो गया है। डॉक्टरों ने बच्चे की फिजियोथेरेपी करने की सलाह दी। इस पर करीब 17 महीने पहले परिजनों ने बच्चे की फिजियोथेरेपी शुरू करा दी।
परिजनों ने आरोप लगाया कि फिजियोथेरेपिस्ट भरत प्रकाश पाल तीन महीने से उनके बच्चे के साथ अनैतिक काम कर रहा था। बच्चे ने कई बार बताने की कोशिश की, लेकिन ठीक से बोल न पाने के कारण वो उसकी बात समझ नहीं सके। गुरुवार की रात परिजनों ने आरोपी फिजियोथेरेपिस्ट को बच्चे के साथ गलत काम करते देखा तो उनके पांव तले जमीन निकल गई। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। जांच अधिकारी सुनील कुमार बाजपेई ने बताया कि आरोपी फिजियोथेरेपिस्ट भरत प्रकाश पाल निवासी नई बस्ती के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।