यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी वाली बांदा जेल से कैदी कैसे हुआ फरार, अब खुली पोल... सिटी मजिस्ट्रेट ने कही कार्रवाई की बात
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बरसड़ा बुजुर्ग निवासी विजय अरख को चोरी के आरोप में 6 फरवरी 2021 को जेल भेजा गया था। रविवार शाम को वह खाना खाने के बाद बैरक संख्या 4बी से बाहर पानी पीने के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा।;
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बाहुबली मुख्तार अंसारी के बंद होने की वजह से कड़े सुरक्षा इंतजाम होने के दावों की सोमवार को उस समय पोल खुल गई, जब पता चला कि एक कैदी यहां से फिल्मी स्टाइल में फरार हो गया है। कैदी के फरार होने की सूचना पर मचे हड़कंप के बाद जब परिसर की तलाशी ली गई तो दीवार के पास एक बांस का डंडा गिरा हुआ मिला। जेल अधिकारियों को संदेह है कि इसी बांस की मदद से कैदी फरार हुआ है। फरार कैदी की तलाश के लिए सर्च अभियान तो चला दिया गया है, लेकिन इस घटना ने जेल की सुरक्षा बंदोबस्त पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बरसड़ा बुजुर्ग निवासी विजय अरख को चोरी के आरोप में 6 फरवरी 2021 को जेल भेजा गया था। रविवार शाम को वह खाना खाने के बाद बैरक संख्या 4बी से बाहर पानी पीने के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। उसके गायब होने की सूचना पर जेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सब जगह तलाश की गई, लेकिन विजय अरख का कुछ पता नहीं चला।
सघन तलाशी अभियान के बाद जेल परिसर की दीवार के पास बांस का डंडा गिरा मिला। बांदा सिटी के सर्किल ऑफिसर आरके सिंह ने बताया कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कैदी विजय आरख भाग गया है। अभियोग पंजीकृत कर उसकी तलाश की जा रही है। उधर, सिटी मजिस्ट्रेट ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उनका कहना है कि इस संबंध में जांच कर संवैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
मुख्तार अंसारी भी इसी जेल में बंद
पंजाब की रोपड़ जेल से शिफ्ट करने के बाद मुख्तार अंसारी को भी बांदा जेल में रखा गया है। मुख्तार अंसारी और उसके परिजन कई बार आरोप लगा चुके हैं कि जेल में उसकी जान को खतरा है। इस पर जेल प्रशासन की ओर से हमेशा दावा किया गया कि जेल में सुरक्षा के उचित प्रबंध हैं और चप्पे-चप्पे की निगरानी सुनिश्चित की गई है। बावजूद इसके एक मामूली कैदी का इस तरह फरार हो जाना तमाम दावों की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है।