President Election: ओपी राजभर ने एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का किया ऐलान, बोले- अखिलेश को हमारी जरूरत नहीं

राज्यसभा चुनाव आया तो राज्यसभा जयंत चौधरी का नाम फाइनल करना, MLC चुनाव में भी हमें नहीं पूछा गया;

Update: 2022-07-15 06:15 GMT

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (OM Prakash Rajbhar) ने राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) के लिए एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर प्रहार करते हुए कहा है कि सपा नेता को हमारी जरूरत नहीं है। ओपी राजभर के इस बयान से सपा गठबंधन में टूट की चर्चाएं दोबारा से जोर पकड़ गई हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारी पार्टी का राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने मुझे बुलाकर कहा कि आप पिछड़े, दलित, वंचित की लड़ाई लड़ते हैं। आप द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें। मैंने उनसे मुलाकात की, जिसके बाद गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई। उनसे बात होने के बाद हमने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया है।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता (अखिलेश यादव) को हमारी जरूरत नहीं है। वे प्रेसवार्ता में जयंत चौधरी को बुला लेते हैं, लेकिन ओपी राजभर को नहीं बुलाते। राज्यसभा चुनाव आया तो राज्यसभा जयंत चौधरी का नाम फाइनल करना, MLC चुनाव में भी हमें नहीं पूछा गया, उनकी तरफ से हमारी नजरअंदाजी करने वाली हर चीजें हो रही हैं। उन्होंने कहा कि हम एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को ही समर्थन दे रहे हैं।

पल-पल बदलते रहे बयान

सुभासपा प्रधान ओपी राजभर पल-पल बयान बदलते रहे हैं। उन्होंने सबसे पहले द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का संकेत दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा था कि सपा जिस प्रत्याशी का समर्थन करेंगे, तो उनके लिए वोट देंगे। राजभर ने यह भी कहा था कि वे सपा गठबंधन से जुड़े हैं और तलाक नहीं दे सकते क्योंकि कमजोर तलाक नहीं देता है। अगर अखिलेश गठबंधन तोड़ते हैं तो हम भविष्य की नई रणनीति तैयार करेंगे और नए गठबंधन की तलाश करेंगे।

पुराना सहयोगी छोड़ चुका पार्टी

ओपी राजभर के बदलते बयानों से नाराज होकर हाल में उनके 15 साल पुराने सहयोगी शशि प्रकाश ने सुभासपा पार्टी छोड़ दी थी और राष्ट्रीय समता पार्टी का गठन किया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया था कि ओपी राजभर द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर रहे थे ताकि अखिलेश यादव को ब्लैकमेल कर सकें। उन्होंने कहा था कि उनकी राजनीति ब्लैकमेल करने वाली राजनीति है और मैं इस पार्टी में खुद को सहज महसूस नहीं कर रहा था।

Tags:    

Similar News