Politics On Covid : सपा अध्यक्ष अखिलेश बोले- सरकारी आंकड़े से 43 गुना ज्यादा लोगों ने गंवाई कोरोना से जान, फिर बसपा प्रमुख मायावती ने दे डाली यह नसीहत
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस जहां योगी सरकार पर लगातार कोरोना के वास्तविक मरीजों और इस महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या कम करके दिखाने का आरोप लगाते रहे हैं, वहीं बसपा मुखिया मायावती केंद्र और योगी सरकार की सराहना करती भी दिखाई दीं। जानिये आज किसने, क्या कहा...;
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जहां कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए अपनी पीठ थपथपाती नहीं थक रही, वहीं विपक्ष रोजाना कोई न कोई आरोप लगाकर उसे कटघरे में खड़ा कर देता है। अखिलेश यादव ने आज योगी सरकार पर कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया है। हालांकि वो पहले भी इस तरह का आरोप लगा चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने आरटीआई का हवाला देते हुए निशाना साधा है। उधर, बसपा प्रमुख मायावती ने महामारी को लेकर हो रही राजनीति को लेकर चिंता जताते हुए अलग ही नसीहत दे डाली है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज सुबह ट्वीट कर लिखा, 'सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक के कोरोनाकाल में 9 महीनों में उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में मृत्यु का आंकड़ा सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों से 43 गुना तक अधिक है। भाजपा सरकार मृत्यु के आंकड़े नहीं दरअसल अपना मुंह छिपा रही है।'
बसपा प्रमुख ने दी यह नसीहत
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस जहां योगी सरकार पर लगातार कोरोना के वास्तविक मरीजों और इस महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या कम करके दिखाने का आरोप लगाते रहे हैं, वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती बीच-बीच में केंद्र और योगी सरकार की सराहना करती भी दिखाई दीं। मायावती ने सरकार के वैक्सीनेशन अभियान को सराहा तो वहीं जरूरतमंद लोगों के लिए शुरू की गई राहत योजनाओं का भी स्वागत किया।
मायावती ने मंगलवार को भी ट्वीट कर कोरोना पर हो रही राजनीति को विराम देने का आह्वान किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'देश में कोरोना वैक्सीन के निर्माण व उसके बाद टीकाकरण आदि को लेकर विवाद, राजनीति, आरोप-प्रत्यारोप आदि अब काफी हो चुका, जिसका दुष्परिणाम यहां की जनता को काफी भुगतना पड़ रहा है। किन्तु अब वैक्सीन विवाद को विराम देकर इसका लाभ जन-जन तक पहुंचाने का चौतरफा प्रयास जरुरी है।
उन्होंने आगे लिखा, 'भारत जैसे विशाल ग्रामीण बाहुल्य देश में कोरोना टीकाकरण को जन अभियान बनाने तथा वैज्ञानिकों आदि को समुचित समर्थन व प्रोत्साहन देने की भी कमी को दूर करना आवश्यक है। इसके साथ ही बसपा की केंद्र और राज्य सरकारों से मांग है कि बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाया जाए।'