परिवार पर बरपा कोरोना का कहर, दो जवान बेटों की अर्थी को कंधा देने के बाद पिता ने भी तोड़ा दम

एक साथ घर में दो जवान बेटों और पिता की मौत से घर में छाया मातम। गांव में गम का माहौल।;

Update: 2021-05-24 18:00 GMT

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के जलालपुर गांव के एक परिवार पर कोरोना कहर बनकर बरपा। दो जवान बेटों की अर्थी को कंधा देने के बाद पिता को भी करोना ने शिकार बनाया। तीन सदस्यों की मौत के बाद परिवार पूरी तरह से टूट गया है। ये दर्दनाक घटना जलालपुर गांव निवासी अतर सिंह के घर हुई है। जिसके तीन बेटों में से दो दीपक और पंकज कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था। 9 मई को दीपक की मौत हो गई। परिवार के सदस्य दीपक का अंतिम संस्कार कर घर पहुंचे तो वहां दूसरे बेटे पंकज का शव मिला। शनिवार को देर रात कोरोना के उपचार के दौरान अतर सिंह की भी मौत हो गई।

जलालपुर गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है, कोरोना वायरस ने जो अपना कहर बरपाया उसे ना केवल गांव के लोगों में दहशत का माहौल है, बल्कि आसपास के गांव में भी कोरोनावायरस को लेकर चर्चाओं का विषय बना हुआ है। गांव के लोगों का कहना है कि 28 अप्रैल से गांव में मौत का तांडव शुरू हुआ था जो अभी भी जारी है दो बेटों की मौत के बाद पिता अतरसिंह पहले सदमे में चले गए और उसके बाद देर रात अतर सिंह की भी मौत हो गई कोरोनावायरस के चलते गांव के लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है तो वहीं मृतक के परिवार में एक बेटा ही बचा है जिसके कंधे पर पूरे घर की जिम्मेदारी आ गई है।

गाँव वालो का कहना है कि एक दिन ही में दोनों बेटों की मौत होने से पिता अतर सिंह टूट गए। सदमे के कारण उनकी भी तबीयत बिगड़ती चली गई। ज्यादा हालत खराब होने पर उनको गांव के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उनकी कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। शुक्रवार को अतर सिंह को खैरपुर गुर्जर के पास एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात करीब एक बजे गंभीर हालत में उनको नोएडा के मेट्रो अस्पताल ले जाया गया। जहां शनिवार देर रात उनकी मौत हो गई। अपने बेटों कि मौत के बाद अतर सिंह कैमरे पर अपना दर्द कुछ इस प्रकार से बयान किया था।

एक साथ तीन सदस्यों की मौत से परिवार टूट चुका है। सबसे बड़े बेटे दीपक का डीजे का काम था। उसने शादी नहीं की थी। उससे छोटे बेटे पंकज की शादी हो चुकी थी। उसकी पत्नी के एक बेटा और बेटी है। वहीं, सबसे छोटे बेटे भारत की भी शादी हो चुकी है। वह अधिवक्ता है। अभी तक घर का खर्च बेटों की कमाई और अतर सिंह की पेंशन से चल रहा था। अतर सिंह दिल्ली के एक सरकारी विभाग से सेवानिवृत्त थे। इस कारण परिवार के पांच सदस्यों के सामने आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है। गाँव वालो ने सरकार से परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग की है।

Tags:    

Similar News