सीएम योगी बोले- किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उत्पादन बढ़ाना जरूरी..., उनके इस निर्देश से कृषि अधिकारियों में हड़कंप!
प्रदेश सरकार ने उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने और किसानों को उर्वरकों की सरल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कैशलेस भुगतान की व्यवस्था लागू करने की योजना बनाई थी। योजना के तहत 30 जून 2020 तक ही यह काम हो जाना चाहिए था, लेकिन नहीं हुआ। अब योगी सरकार ने पत्र जारी कर कृषि अधिकारियों को इस संबंध में कड़े निर्देश जारी किए हैं।;
यूपी की राजधानी लखनऊ में तीन दिवसीय फूल, फल और सब्जी प्रदर्शनी आज से शुरू हो गई है। राजभवन में आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने संयुक्त रूप से किया। प्रदर्शनी में प्रदेश भर से पुष्प, फल और सब्जियों को प्रदर्शित किया गया है।
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि लागत को कम करने के साथ ही उत्पादन को भी बढ़ाना बेहद जरूरी है। साथ ही लागत का डेढ़ गुना दाम देने के लिए कृषि के विविधिकरण की ओर भी ध्यान देना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि पहले जब मैं पहली बार यहां आया था तो किसानों ने अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन किया था, लेकिन अब किसान जैविक उत्पादों को लेकर भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने प्रदर्शनी में हिस्सा लेने वाले किसानों, फल उत्पादकों और कृषि विशेषज्ञों समेत सभी को अपनी शुभकामनाएं दीं। बता दें कि यह प्रदर्शनी आठ फरवरी तक चलेगी।
उर्वरक विक्रेताओं को क्यूआर कोड देने का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने कृषि विभाग को निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के भीतर सभी उर्वरक विक्रेताओं को क्यूआर कोड जारी कर दिए जाएं। ऐसा न होने पर संबंधित कृषि अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी। दरअसल किसानों को उर्वरक आसानी से उपलब्ध हों और किसी तरह की कालाबाजारी न हो, इसके लिए कैशलेस भुगतान की व्यवस्था लागू की गई थी। प्रदेश सरकार ने निर्देश दिया था कि 30 जून 2020 तक सभी उर्वरक विक्रेताओं को क्यूआर कोड जारी कर दिए जाएं ताकि यह व्यवस्था लागू हो सके। अभी तक केवल कुछ ही जिलों में यह काम हो पाया है। ऐसे में योगी सरकार ने दोबारा से इस पर संज्ञान लिया है और कृषि अधिकारियों का चेतावनी दी है कि एक सप्ताह के भीतर अपने क्षेत्र के उर्वरक विक्रेताओं को क्यूआर कोड जारी कर दें या फिर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। प्रदेश सरकार की ओर से निर्देश मिलने के बाद कृषि अधिकारियों में हड़कंप मचा है।