ये हत्या है ! मेरठ में रेमडेसिविर की जगह लगा दिए पानी के इंजेक्शन, मरीज की मौत के बाद गिरोह का भंडाफोड़

सुभारती मेडिकल कॉलेज में गाजियाबाद के कविनगर निवासी शोभित जैन को कोरोना संक्रमित होने के बाद भर्ती कराया गया था। आरोप है कि उन्हें यहां पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की जगह पानी का इंजेक्शन लगा दिया गया, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।;

Update: 2021-04-24 10:50 GMT

उत्तर प्रदेश के मेरठ से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां चंद पैसों के लालच में कोरोना संक्रमित मरीज को पानी का इंजेक्शन लगा दिया गया। रेमडेसिविर का इंजेक्शन (Remdesivir Injection) न लगने से मरीज ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। मामला सामने आया तो प्रशासन से लेकर सरकार तक हड़कंप मच गया। सुभारती ग्रुप (Subharti Group) के ट्रस्टी और उसके बेटे समेत दस लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुभारती मेडिकल कॉलेज (Subharti Medical College) में गाजियाबाद (Ghaziabad) के कविनगर निवासी शोभित जैन को कोरोना संक्रमित होने के बाद भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों ने शोभित के परिजनों को कहा था कि अगर रेमडेसिविर इंजेक्शन का इंतजाम हो जाए तो उनकी जान बचाई जा सकती है। इस पर शोभित के परिजनों ने जैसे-तैसे करके रेमडेसिविर इंजेक्शन लाकर कर्मचारियों को दे दिया। परिजनों को उम्मीद थी कि अब शोभित की जान बच जाएगी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।

इंसानियत की हत्या

पुलिस के मुताबिक सुभारती मेडिकल कॉलेज के दो कर्मचारियों ने हेरफेर करते हुए शोभित जैन को रेमडेसिविर का इंजेक्शन देने की बजाय डिस्‍टल वाटर का इंजेक्शन लगा दिया। इससे उनकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गई और गुरुवार को दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस जब मौके पर पहुंची और जांच की तो दोनों कर्मचारियों ने पुलिस टीम के साथ अभद्रता की। यही नहीं, अस्पताल के बाउंसरों ने भी पुलिस कार्रवाई में अड़चन डालते हुए हाथापाई की ताकि दोनों कर्मचारियों को भगाया जा सके। हालांकि उनके मंसूबे पूरे नहीं हो सके। पुलिस ने दोनों कर्मचारियों के साथ ही छह बाउसंर्स को भी गिरफ्तार कर लिया।

25 हजार में बेचना था टीका

कर्मचारियों का नाम आबिद और अंकित बताया गया है। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन 20 से 25 हजार रुपये में बिक रहा था। ऐसे में उन्हें भी लालच आ गया। पुलिस के मुताबिक सुभारती ग्रुप के ट्रस्टी अतुल कृष्ण भटनागर और उनके बेटे डॉक्टर कृष्ण मूर्ति के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि सुभारती मेडिकल कॉलेज में रेमडिसिवर की कालाबाजारी बड़े पैमाने पर की जा रही थी। जांच चल रही है और किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। 

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