सपा के खिलाफ बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, पार्टी का पंजीकरण रद्द करने की मांग
सपा ने कैराना विधानसभा सीट से नाहिद हसन को टिकट दिया था। हसन की गिरफ्तारी के बाद टिकट काट दिया गया था, लेकिन अभी भी अखिलेश की मुश्किलें बरकरार हैं।;
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) के लिए कैराना सीट (Kairana Assembly Seat) पर नाहिद हसन (Nahid Hasan) का टिकट काटने के बाद भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) की मुश्किलें बरकरार हैं। बीजेपी (BJP) ने सपा (SP) का पंजीकरण रद्द कराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में अर्जी दाखिल की है। बीजेपी का आरोप है कि सपा ने कैराना उम्मीदवार के आपराधिक पृष्ठभूमि का खुलासा नहीं किया, जिसके चलते कार्रवाई होनी चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी की अर्जी में कहा गया है कि नाहिद हसन गैंग एक्ट में आरोपी है। वह हिंदू पलायन के लिए भी मास्टरमाइंड रहा है। आरोप है कि सपा ने नाहिद हसन के आपराधिक रिकॉर्ड को इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और सोशल मीडिया में प्रकाशित नहीं किया और न ही उसकी उम्मीदवारी का कारण बताया है। अर्जी में कहा गया कि सुनिश्चित करें कि प्रत्येक राजनीतिक दल प्रत्येक उम्मीदवार के आपराधिक मामलों के विवरण के साथ-साथ इस तरह के चयन के कारण को अपनी आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर 48 घंटे के भीतर बड़े अक्षरों में प्रकाशित करे। अगर ऐसा नहीं किया गया तो ऐसे में सपा के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
नाहिद हसन की बहन को ही टिकट
सपा के नाहिद हसन की गुंडा एक्ट पर शनिवार को गिरफ्तारी हुई थी, जिसके बाद अखिलेश यादव ने उसका टिकट काट दिया था। बता दें कि नाहिद हसन के साथ ही उसकी मां तबस्सुम समेत 40 लोगों के खिलाफ केस दर्ज है। खास बात है कि नाहिद हसन का टिकट काटने के बाद सपा की ओर से उसकी बहन इकरा को ही मैदान में उतार दिया गया है। ऐसे में बीजेपी इस मुद्दे पर ज्यादा आक्रामक है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को भी आरोप लगाया था कि सपा में कुछ लोग दंगा करने वाले शामिल हैं, जबकि दंगा रोकने वाले लोग बीजेपी में शामिल हैं। सपा विधायक या तो जेल में हैं या जमानत पर, यही उनका असली खेल है। यह स्पष्ट है कि स्वच्छ चरित्र वाले लोग भाजपा में शामिल होते हैं, और खून से लथपथ कई दंगाइयों सहित सपा में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि सपा का एक नंबर का प्रत्याशी अब जेल में है, जबकि दूसरा बेल पर है। उन्होंने कहा कि यही सपा समाजवादी है।