यूपी में अंतिम चरण के चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में शामिल हुए रीता बहुगुणा जोशी के बेटे, BJP को था अंदेशा
आजमगढ़ (Azamghar) के गोपालपुर विधानसभा में एक जनसभा के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्होंने पार्टी की सदस्यता दिलाई। मैं इनका स्वागत और हार्दिक धन्यवाद करता हूं।;
उत्तर प्रदेश (up) में आखिरी चरण का चुनाव 7 मार्च को होने जा रहा है और इसी 7वें चरण के चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल अंतिम प्रचार में जुटे हुए हैं। इसी बीच शनिवार को प्रयागराज से बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी (Mayank Joshi) समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो गए। आजमगढ़ (Azamghar) के गोपालपुर विधानसभा में एक जनसभा के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्होंने पार्टी की सदस्यता दिलाई। मैं इनका स्वागत और हार्दिक धन्यवाद करता हूं।
आजमगढ़ के गोपालपुर रैली के दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जो गर्मी निकाल रहे थे। वे छह कदमों में ठंडे हो गए हैं। उनके घरों से झंडे हटा दिए गए हैं। छठे चरण में ही समाजवादी पार्टी को छक्कों से मुक्ति मिल गई है। छह चरणों के मतदान के बाद सो नहीं पा रहे बाबा के ये मुख्यमंत्री। आगे कहा कि आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। मैं आजमगढ़ की दस सीटें जीतने की अपील करने आया हूं। युवाओं को 5 साल तक भाजपा सरकार में इंतजार करना पड़ा। नौकरी नहीं मिली। सभी संस्थानों को भाजपा ने बेच दिया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा जी के नाती, युवा नेता, श्री मयंक जोशी आजमगढ़ में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी की उपस्थिति में ग्रहण की समाजवादी पार्टी की सदस्यता।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 5, 2022
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मयंक के लखनऊ से भाजपा का टिकट नहीं मिलने के बाद समाजवादी पार्टी में शामिल होने की चर्चा बीती फरवरी से ही चल रही थी। हालांकि रीता बहुगुणा ने इन खबरों को सिरे से खारिज भी कर दिया था और कहा था कि उनके बेटे के पार्टी छोड़ने की अफवाह निराधार थी। पांचवें चरण में रीता बहुगुणा जोश ने मतदान भी किया।
अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। जनवरी में रीता बहुगुणा जोशी ने लखनऊ छावनी सीट से अपने बेटे को यूपी चुनाव में लड़ने के लिए भाजपा से टिकट मांगा था। उन्होंने कहा था कि अगर उनके बेटे को पार्टी की ओर से लखनऊ छावनी सीट से टिकट नहीं मिला, तो वह अपनी लोकसभा सदस्यता छोड़ देंगी। लेकिन जब उनके बेटे को टिकट नहीं दिया गया तो उन्होंने कहा कि वह पार्टी के फैसले का सम्मान करती हैं।