Religious Conversion : यूपी में धर्मांतरण कराने के आरोपियों का सात दिन का रिमांड मंजूर, विदेशी फंडिंग में पाक समेत इन देशों का नाम

उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद उमर गौतम तथा मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को रिमांड पर लेने के लिए लखनऊ की अदालत में अर्जी लगाई थी, जिस पर आज सुनवाई हुई।;

Update: 2021-06-22 11:48 GMT

उत्तर प्रदेश में एक हजार से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराने के दोनों आरोपियों को सात दिन तक यूपी एटीएस के रिमांड पर रखने की अनुमति मिल गई है। नोएडा से गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने अभी तक की जांच में कई अहम खुलासे किए हैं। खबरों के मुताबिक धर्मांतरण रैकेट में विदेशी फंडिंग की जांच भी शुरू हो चुकी है, जिसमें पाकिस्तान और कई गल्फ देशों का नाम सामने आ रहा है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद उमर गौतम तथा मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को रिमांड पर लेने के लिए लखनऊ की अदालत में अर्जी लगाई थी, जिस पर आज सुनवाई हुई। एटीएस ने दलील रखी थी कि धर्मांतरण रैकेट से कई अन्य लोगों के जुड़े होने की बात सामने आ रही है। वहीं विदेशी फंडिंग भी हुई है। अदालत ने अर्जी पर सुनवाई करते हुए दोनों आरोपियों को सात दिन के रिमांड पर भेजे जाने की अनुमति दे दी।

सोमवार को हुई थी गिरफ्तारी

यूपी एटीएस ने धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद उमर गौतम तथा मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को सोमवार को गिरफ्तार किया था। उन्हें एसीजेएम सत्यवीर सिंह की कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में तीन जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया गया था। इसके बाद लखनऊ कोर्ट में दोनों आरोपितों की पुलिस रिमांड मंजूर करने की अर्जी लगाई गई थी, जिस पर आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई हुई। अदालत ने अर्जी पर सुनवाई करते हुए दोनों आरोपियों को सात दिन के रिमांड पर भेज दिया।

अन्य राज्यों से भी जुड़े हैं तार

यूपी एटीएस को जांच में पता चला है कि इस रैकेट के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े थे। विदेशी फंडिंग होने के चलते इसके पीछे गंभीर मंशा से भी इनकार नहीं किया जा रहा। खबरों के मुताबिक इस जांच का दायरा बढ़ाया जाना तय है। ऐसे में एनआईए भी इसका जिम्मा संभाल सकती है। 

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