UP Violence: जयंत चौधरी ने की दंगाइयों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग, यूजर्स ने पूछा- आपने कब बदल लिया दल
उत्तर प्रदेश में जुमे की नमाज के बाद पथराव और आगजनी की घटनाओं पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने चिंता जाहिर की है। हालांकि में पूर्व में किए ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर फिर से आ गए हैं। पढ़िये यह रिपोर्ट...;
उत्तर प्रदेश में जुमे की नमाज (Juma Prayer) के बाद पथराव (Stone Pelting) और आगजनी (Arson) की घटनाओं पर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट (Tweet) कर दंगा करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। जयंत चौधरी के इस ट्वीट पर यूजर्स मिलीजुली प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई यूजर्स जहां जयंत चौधरी इस मांग का समर्थन कर रहे हैं तो कई यूजर्स भीड़ को उकसाने वाले राजनीतिक दलों (Political Parties) के खिलाफ एक्शन (Action) की मांग उठाने की बात कह रहे हैं। इसके अलावा कई यूजर्स पूर्व में किए गए कमेंट को लेकर उन्हें दल बदलु कहकर तंज भी कस रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरएलडी प्रभारी जयंत चौधरी ने ट्वीट में लिखा, 'याद रखना है की जनता के पास नाराज़गी ज़ाहिर करने के 1000 तरीक़े हैं जो सामाजिक परंपरा और क़ानून के दायरे में हैं। दंगा करने वालों को क़ानूनी सजा मिलनी चाहिए।' उनके इस ट्वीट का लोग समर्थन कर रहे हैं, लेकिन पूर्व में किए कमेंट्स से तंज भी कस रहे हैं।
दरअसल जंयत चौधरी ने नौ जून को भी ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, 'ये दिल्ली पुलिस पर क्या दबाव है कि जहां सीधा सीधा पैग़म्बर के सम्बंध में मीडिया और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक शब्द रखने वालों के ख़िलाफ़ कारवाही करनी थी, वही 'Balancing Act' के तहत बिना किसी दोष के और लोगों को भी लपेटे में लिया गया है?' अब यूजर्स पूछ रहे हैं कि आखिर उनका रूख कैसे बदल गया।
यूजर्स लीजो ने लिखा, 'कल अपने ही तो भड़काया था बोलकर की बैलेंसिंग हो रही है। अब ज्ञान न बांटों जयचंद!!!' अजय चौधरी नामक यूजर ने लिखा, 'उस वक्त सलाह क्यों नहीं दी , जब चुनाव के वक्त आपका बड़ा भाई @yadavakhilesh खुल कर तुष्टिकरण कर रहा था। स्वाभिमान नामक भारतीय ने लिखा, 'टेंशन मत लो पत्थरबाजों को कानून ने सजा देना शुरू कर दिया ... बस देखते जाइए कानून अपना काम कैसे करती है।'
शाहरूख नामक यूजर ने लिखा, 'सर जी बिल्कुल गलत है कानून हाथ में लेना लेकिन जब जनता के पास नाराजगी जाहिर करने का तरीका था तो किसान आंदोलन क्यों... आपने support क्यों.. क्या आपके लिए पानी बोछार प्रोटेस्ट रोकने के लिए और ...के लिए सीधी गोली फर्क बहुत है। बंसीलाल ने लिखा, 'दंगा करने के लिए उकसाने वाली सरकार को भी।' कई यूजर्स ऐसे हैं, जो कि जयंत चौधरी उन्हें दल बदलु बताकर भी तंज कस रहे हैं।