एक्सप्रेस-वे पर अनेक अपराधों को अंजाम देने वाले इतने का ईनामी बदमाश को पुलिस ने किया ढेर

यमुना एक्सप्रेस-वे पर कई वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह के एक बदमाश को उत्तर प्रदेश पुलिस के एसटीएफ ने शुक्रवार को मार गिराया। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था।;

Update: 2020-07-03 07:52 GMT

एक्सप्रेस-वे पर अनेक अपराधों को अंजाम देने वाले गिरोह के एक बदमाश को उत्तर प्रदेश पुलिस के एसटीएफ ने शुक्रवार को मार गिराया। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस ने बताया कि यह बदमाश उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित कई प्रांतों में राजमार्गों पर लूटपाट व बलात्कार करने के मामलों में वांछित चल रहा था। इसके पास से पुलिस ने अवैध हथियार, दो मोटरसाइकिल आदि बरामद किये हैं। उसके 3 साथी मौके से भाग गए।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के पुलिस अधीक्षक कुलदीप नारायण सिंह ने बताया कि शुक्रवार तड़के एसटीएफ तथा थाना अलीगढ़ पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर थाना टप्पल क्षेत्र में एक सूचना के आधार पर कुछ बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने पुलिस दल पर हत्या करने के इरादे से ताबड़तोड़ गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी गोली चलाई। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली एक बदमाश को लगी। जिसे उपचार के लिए अलीगढ़ के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।

वहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसपी ने बताया कि उक्त बदमाश की पहचान बावरिया गैंग के खूंखार अपराधी बबलू पुत्र रामपाल निवासी डबुआ कॉलोनी बल्लभगढ़ के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि बबलू बुलंदशहर, अलीगढ़ और पलवल में करीब 10 मामलों में वांछित चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी पर अलीगढ़ व बुलंदशहर जिलों में 50- 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि बबलू के तीन साथी मौके से भाग गए हैं। उनकी तलाश की जा रही है। उक्त बदमाश के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार, कारतूस, साइकिल के एक्सेल (रिम) और कई महत्वपूर्ण चीजें बरामद की हैं। सिंह ने बताया कि मुठभेड़ में मारा गया बदमाश राजमार्ग पर अपराधों को अंजाम देने के लिए कुख्यात था।

उन्होंने बताया कि बदमाश अपने गिरोह के साथ मिलकर विभिन्न प्रांतों के एक्सप्रेस-वे पर रात को साइकिल का एक्सेल फेंक देता था और जैसे ही वाहन साइकिल के एक्सेल के ऊपर से गुजरता था, तेज आवाज आती थी। सिंह ने कहा कि वाहन चालक अपने वाहन को रोक देते थे और ये लोग मदद करने के बहाने वहां पर पहुंच जाते थे। उन्होंने बताया कि ये बदमाश वाहन में सवार महिला, पुरुष, बच्चों सभी को बंधक बना लेते थे और मारपीट कर अंधेरे में ले जाकर लूटपाट करते थे। सिंह के मुताबिक ये बदमाश महिलाओं व बच्चियों के साथ बदसलूकी भी करते थे। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गये बदमाश के जनपद बुलंदशहर में वर्ष 2016 में दस्तमपुर गांव के पास हुई लूटपाट व महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना में भी शामिल होने की आशंका है। इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो एजेंसी (सीबीआई) कर रही है। 

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