कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए योगी सरकार ने उठाये महत्वपूर्ण कदम, इस एप में जोड़े खास फीचर
आयुष विभाग ने संभावित कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। आयुष विभाग के प्रभारी अधिकारी डॉ अशोक कुमार दीक्षित के अनुसार, कोरोना काल में आयुष कवच मोबाइल एप लोगों में काफी लोकप्रिय है।;
देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा दिया है। इससे काबू पाने के साथ ही अब (Corona Third Wave) तीसरी लहर आने के संकते मिल रहे हैं। जिसे रोकने के लिए देश के साथ ही राज्य सरकारों ने प्रयास शुरू कर दिये हैं। इसी कड़ी में योगी सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। सीएम के आदेश पर खास तौर पर अस्पतालों में अभी से बच्चों के इलाज से जुड़ी तैयारियां शुरू हो गई है। इसके साथ (Ayush Kavach App) आयुष कवच ऐप से भी बच्चों को तीसरी लहर से बचाने में मदद मिलेगी। इसकी वजह सरकार के आदेश पर आयुष कवच एप पर बच्चों की सेहत से जुड़ा एक नया फीचर भी जोड़ा जाना है। जिस पर चिकित्सक बच्चों को कोरोना से बचाव के तरीके बताएंगे।
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष विशेषज्ञों से आयुर्वेद की पुरानी परम्पराओं से कोरोना संक्रामित लोगों के इलाज की बात कहीं थी। इसके बाद से आयुष विभाग लगातार होमआइसोलेटेड मरीजों को आयुर्वेदिक दवाएं, काढ़ा आदि वितरित करा रहा है। अब आयुष विभाग ने संभावित कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। आयुष विभाग के प्रभारी अधिकारी डॉ अशोक कुमार दीक्षित के अनुसार, कोरोना काल में (Ayush Kavach App) आयुष कवच मोबाइल एप लोगों में काफी लोकप्रिय है। इसको ढ़ाई लाख से ज्यादा लोग अपने मोबाइल में इंस्टॉल कर चुके हैं। एप पर अब बच्चों की सेहत से जुड़ा एक फीचर जोड़ने की तैयारी चल रही है। इसमें बच्चों की सेहत का मौसम के हिसाब से कैसे ख्याल रखें, किस तरह से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमताओं को बढ़ाया जाये। कौन सी घरेलू नुस्खों और देशी दवाईयों के जरिए उनकी सेहत बेहतर बनाई जाये। इसकी जानकारी लोगों को दी जाएगी।
अस्पतालों में अलग से बनेंगे हेल्प डेस्क
वहीं डॉ अशोक कुमार ने बताया कि आयुष विभाग के करीब 2104 चिकित्सालय हैं। इनमें से लखनऊ, बनारस, पीलीभीत समेत अन्य जिलों में 8 बड़े अस्पताल है। इन सभी अस्पतालों में बच्चों के स्वस्थ्य से जुड़ी एक हेल्पडेस्क बनाई जाएगी। जहां पर आयुष डॉक्टर लोगों को बच्चों की सेहत और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाई जाए इसकी जानकारी देंगे। इसके अलावा यहां से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं का वितरण भी किया जाएगा। अस्पतालों में ओपीडी खुलने पर बच्चों का इलाज भी यहां शुरू किया जाएगा।