PAK को दी गई मदद को लेकर भारत में अमेरिका की विश्वसनीयता पर उठे सवाल, अब US ने दी ये प्रतिक्रिया

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (America President Joe Biden) ने पाकिस्तान वायु सेना (Pakistan air force) के F-16 लड़ाकू विमानों (F-16 fighter jets) की देखभाल के लिए 45 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता की मंजूरी दी है।;

Update: 2022-09-09 11:52 GMT

अमेरिका (America) द्वारा पाकिस्तान (Pakistan) को दी जाने वाली आर्थिक मदद (financial aid) को भारत के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (America President Joe Biden) ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के फैसले को बदलते हुए पाकिस्तान वायु सेना (Pakistan air force) के F-16 लड़ाकू विमानों (F-16 fighter jets) की देखभाल के लिए 45 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता की मंजूरी दी है।

जिसे भारत के लिए बड़ा संकट बताया जा रहे है। इसको लेकर भारत और अमेरिका के संबंधो और अमेरिका की साख पर सवाल भी उठने लगे हैं। भारत के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल (Former Foreign Secretary of India Kanwal Sibal) ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा हैं कि अमेरिका का पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू जेट बेड़े को मजबूत करना भारत और अमेरिका संबंधों के लिए एक बड़ा झटका है।

इससे अमेरिका की साख पर सवाल खड़े होते हैं। कंवल सिब्बल ने ट्वीट में आगे कहा, अगर अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच चयन नहीं करना चाहता है, तो भारत यूक्रेन को लेकर किसी एक का पक्ष क्यों ले और रूस के साथ अपने संबंधों को क्यों कमजोर करे। इस फैसले के लिए अमेरिका ने जो तर्क दिए है, वह तर्क शीत युद्ध के दौरान दिए जाते है। कंवल सिब्बल ने आगे कहा कि पाकिस्तान पहले से ही चीन का जागीरदार राज्य है।

पाकिस्तान चीन का सबसे बड़ा हथियार खरीदार है और अपने 47 फीसदी हथियार वहीं से खरीदता है। कंवल सिब्बल ने कहा कि बालाकोट हमले के दौरान भी पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एफ16 का इस्तेमाल किया था। इसको लेकर अब अमेरिका की तरफ से एक नई प्रतिकिया सामने आई हैं। जिसमे कहा गया है कि पाकिस्तान (Pakistan) और भारत (india) के साथ अमेरिका अलग-अलग संबंध हैं। ऐसा नहीं है कि एक के साथ संबंध है, तो दूसरे के साथ नहीं। हमारे दोनों देशों के साथ संबंध स्थापित हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू ने रुख साफ करते हुए कहा कि हम पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता को लेकर भारत की ओर से कई चिंताएं सुन रहे हैं। उन्होंने कहा पाकिस्तान को इस मदद में कोई नया विमान या कोई नया हथियार शामिल नहीं है।

डोनाल्ड लू ने कहा कि पाकिस्तान को आर्थिक मदद (financial aid) सिर्फ सुरक्षा उपकरणों के रखरखाव के लिए दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि यह हमेशा से अमेरिकी सरकार की नीति रही है। जब भी हम किसी देश को सुरक्षा उपकरण देते हैं, तो हम उसे आगे भी बनाए रखने के लिए साथ देते हैं। उन्होंने कहा इसके जरिए पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का साथ देगा। इससे अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत होगी।

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