China ने भारत के खिलाफ लद्दाख बॉर्डर पर तैनात किए मशीनगन से लैस रोबोट
चीन अब एमयूएल-200 मानव रहित वाहनों (MUL-200 unmanned vehicles) के साथ सैनिकों (army) की आपूर्ति कर रहा है।;
भारत (India) के पड़ोसी देश चीन (China) ने बॉर्डर पर मशीन गन (machine guns) से लैस रोबोट (robots) को भेजा है। क्योंकि चीन ने सैनिकों को सर्दी की मार से बचाने और मोर्चे पर मुस्तैदी बढ़ाने के मकसद से यह फैसला लिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन बॉर्डर (Border) पर हथियारों की सप्लाई करने में जुटा हुआ है। मशीनगन से लैस ये रोबोट तिब्बत (Tibet) के ऊंचाई वाले इलाकों में गश्त कर रहे हैं। बता दें कि भारत-चीन के बीच लगभग 1 साल 8 महीने से बॉर्डर पर तनाव जारी है।
चीन अब एमयूएल-200 मानव रहित वाहनों (MUL-200 unmanned vehicles) के साथ सैनिकों (army) की आपूर्ति कर रहा है। जबकि अपनी सेना को बंदूकें (guns) भी दे रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सर्दियों के समय चीनी सेना (China Army) को बॉर्डर पर टिके रहने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि चीन के द्वारा बॉर्डर पर रोबोट सेना (robot army) की तैनाती की जा रही है।
मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक चाइना ने मानव रहित वाहनों (unmanned vehicles) के पूरक के लिए 70वीपी-22 बख्तरबंद सैन्य वाहन (70VP-22 armored military vehicles) भी बॉर्डर के पास भेजे हैं। कुल मिलाकर 150 लिंक्स ऑल-टेरेन वाहनों (all-terrain vehicles) को बॉर्डर पर भेजा गया है। बता दें कि लिंक्स (Links) को सेनाओं की एक वाइड रेंज (wide range) द्वारा नियोजित किया जाता है और अधिकतर जवानों (Soldier) को ले जाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
इसका इस्तेमाल हॉवित्जर (howitzers), भारी मशीनगन (heavy machine guns), मोर्टार और मिसाइल लॉन्चर जैसे कई तरह के आर्म सिस्टम (arm systems) को तैनात करने के लिए भी किया जाता है। सामने आया है कि चीन ने भारत को उकसाने के मकसद से अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में 15 जगहों के नाम बदल दिए हैं। चीन ने चीनी शब्दों में इन जगहों के नाम रखे हैं। चीन के द्वारा बदले गए 15 नामों में से 8 रेसिडेंशियल प्लेस, 4 पहाड़, 2 नदी और 1 पहाड़ी दर्रा है।