Corona Vaccine: फाइजर वैक्सीन 5 से 11 साल के बच्चों के लिये सुरक्षित, अध्ययन में मिली सफलता
Corona Vaccine: कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि पांच से 11 साल की उम्र के बच्चों को 21 दिन के अंतराल पर 10 माइक्रोग्राम की दो खुराकें दी गईं। 12 साल या उससे अधिक आयु के बच्चों को 30 माइक्रोग्राम मात्रा की खुराक दी जाती है। बयान में कहा गया है कि पांच से 11 साल के बच्चों पर टीका सुरक्षित साबित हुआ।;
Corona Vaccine देश-दुनिया में कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन दी जा रही है। लेकिन अभी तक बच्चों के लिए वैक्सीन नहीं बन पाई है। फिलहाल 18 से 65 साल के लोगों के लिए वैक्सीन का दुनियाभर में इजाद किया गया है। लेकिन इस बीच, वैश्विक दवा कंपनियों फाइजर और बायोएनटेक एसई (Pfizer and BioNTech SE) ने सोमवार को खुशखबरी दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के परीक्षण के नतीजों से पता चला है कि ये पांच से 11 साल की उम्र के बच्चों के लिये सुरक्षित है और उनमें मजबूत एंटीबॉडी (Antibody) पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वे जल्द से जल्द नियामक मंजूरी लेने की योजना बना रही हैं।
21 दिन के अंतराल पर 10 माइक्रोग्राम की दो खुराकें
कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि पांच से 11 साल की उम्र के बच्चों को 21 दिन के अंतराल पर 10 माइक्रोग्राम की दो खुराकें दी गईं। 12 साल या उससे अधिक आयु के बच्चों को 30 माइक्रोग्राम मात्रा की खुराक दी जाती है। बयान में कहा गया है कि पांच से 11 साल के बच्चों पर टीका सुरक्षित साबित हुआ। उनके शरीर पर इसका अच्छा असर हुआ और उनमें मजबूत एंटीबॉडी प्रतिक्रिया पैदा हुई। बयान में कहा गया है कि कंपनियां इन आंकड़ों को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए), यूरोपीय दवा एजेंसी (ईएमए) और अन्य नियामकों के पास जल्द से जल्द जमा करने की योजना बना रही हैं।
भारत सरकार से की गई बातचीत
भारत सरकार और फाइजर-बायोएनटेक के बीच वैक्सीन की डील को लेकर कई दौर की बातचीत हो चुकी है। कंपनी ने भी एक बयान जारी कर बताया था कि भारत के साथ वैक्सीन को लेकर बातचीत चल रही है और जल्द ही इसके नतीजे सामने होंगे। ऐसे में अगर यह बातचीत कामयाब होती है, तो भारत के टीकाकरण अभियान को और तेजी मिल सकती है। बच्चों के टीकाकरण के मामले में भी यह मील का पत्थर साबित होगा।