तालिबान बन रहा पाकिस्तान के गले की फांस, फवाद चौधरी बोले- हमें मोहम्मद अली जिन्ना का मुल्क वापस चाहिए
फवाद चौधरी ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बाते हैं। उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान की मदद करना चाहते हैं, लेकिन तालिबान की चरमपंथी सोच है।;
अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के लिए पाकिस्तान ने तालिबान की बहुत मदद की है। लेकिन अब तालिबान ही उसके गले की फांस बनता दिख रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने तालिबान हुकूमत के उन फैसलों की आलोचना की है, जिसमें महिलाओं पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। उन्होंने तालिबान की इस पिछड़ी सोच को पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा खतरा बताया है। उनका कहना है कि चरमपंथी सोच हमारे लिए खतरा है। हमें मोहम्मद अली जिन्ना का पाकिस्तान वापस चाहिए।
फवाद चौधरी ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बाते हैं। उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान की मदद करना चाहते हैं, लेकिन तालिबान की चरमपंथी सोच है। जिसके कारण महिलाएं अकेले यात्रा नहीं कर सकतीं हैं, स्कूल कॉलेज नहीं जा सकतीं हैं। यह पुरानी सोच पाकिस्तान के लिए खतरा है। पाकिस्तान की असली लड़ाई चरमपंथ के खिलाफ है।
अपने संबोधन में फवाद चौधरी ने मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि जिन्ना पाकिस्तान को एक इस्लामी देश बनाना चाहते थे, मजहबी देश नहीं। मौलाना अबुल कलाम आजाद के सामने मोहम्मद अली जिन्ना का मजहबी इल्म कुछ नहीं था। यदि पाकिस्तान को एक मजहबी देश बनाना होता तो फिर इसकी तहरीक मौलाना लोग चलाते।
जिन्ना बहुत मॉर्डन थे। आज उनके नाम पर कुछ लोग देश को पीछे ले जाना चाहते हैं। कायद-ए-आजम का पाकिस्तान वापस पाना हमारे लिए असली चुनौती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तालिबानी आतंकियों और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच बॉर्डर फेंसिंग को लेकर विवाद भी जारी है।