Gambia Cough Syrup Deaths: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गाम्बिया सरकार को दिया आश्वासन, केंद्र ने बनाया जांच के लिए चार सदस्यीय पैनल
गाम्बिया में कफ सिरप पीने से 66 बच्चों की मौत की एक रिपोर्ट विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शेयर की है और केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक 4 सदस्यीय पैनल का गठन किया है, जो इस मामले की जांच करेगा।;
गाम्बिया (Gambia) में भारतीय कफ सिरप (Gambia cough syrup) से 66 बच्चों की मौत के बाद अब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अपने समकक्ष डॉ. मामाडौ तंगारा से इस घटना पर शोक व्यक्त किया और साथ ही उन्हें जांच का आश्वासन भी दिया है। वहीं गाम्बिया में इस कफ सिरप के खिलाफ डोर टू डोर कैंपेन छेड़ दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तंगारा को आश्वासन दिया है कि भारत में बने कफ और कोल्ड सिरप के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलर्ट के बाद सच्चाई को सामने लाने के लिए भारतीय अधिकारियों को इस मामले की जांच सौंप दी है। जिसकी वजह से 66 बच्चों की मौत और किडनी पर असर पड़ा है।
एस जयशंकर ने गाम्बिया के वित्त मंत्री मामाडौ तंगारा से टेलीफोन पर बातचीत की और हाल ही में बच्चों की हुई मौत पर गहरा शोक जताया और कहा कि ये मामला बेहद ही गंभीर है। इस मामले की जांच होनी चाहिए। हम एक दूसरे के संपर्क में हैं। वहीं हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलर्ट के बाद, हरियाणा सरकार ने अफ्रीकी देश गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार दवा कंपनी मेडेन फार्मा का संचालन तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है।
अब कंपनी को सील करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। कंपनी की दवाओं को पूरे देश में बिक्री से प्रतिबंधित कर दिया गया है। अधिकारियों को कंपनी के कागजातों की जांच में 12 स्तरों पर अनियमितताएं मिलीं। उसके बाद कंपनी का दवा निर्यात लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) हरियाणा और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) उत्तर क्षेत्र गाजियाबाद की टीम की जांच में मिली गड़बड़ी के बाद सरकार ने यह कार्रवाई की है. जांच शुरू कर दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस मामले पर एक व्यापक रिपोर्ट साझा की थी।