India China Standoff: गलवान घाटी में मारे गए चीनी सैनिकों को मिले 'बहादुरी मेडल', ब्लॉगर को भेजा जेल
हिंसा में मारे गए चीनी सैनिकों को बाहुदरी पुरस्कार दिया गया है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ चीनी सैनिकों की मौत का आंकड़ा बताने वाले एक ब्लॉगर को जेल भेज दिया गया है।;
बीते साल भारत और चीन (India China) के बीच गलवान घाटी (Galvan Valley) में हुई हिंसा में मारे गए चीनी सैनिकों को बाहुदरी पुरस्कार दिया गया है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ चीनी सैनिकों की मौत का आंकड़ा बताने वाले एक ब्लॉगर को जेल की सजा हुई है और साथ ही शहीदों का अपमान करने का आरोप भी लगाया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक साल बाद चीन सरकार ने आधिकारिक तौर पर गलवान घाटी हिंसा में मारे गए अपने 4 सैनिकों को सम्मानित किया है और एक घायल हुआ था। चीन की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (सीएमसी) ने सभी सैनिकों को बहादुरी मेडल दिया है। जवानों का नेतृत्व करने वाले एक कर्नल हिंसा में घायल हुए थे। उन्हें 'हीरो कर्नल' की उपाधि से सम्मानित किया गया है। जबकि दूसरी तरफ भारत समेत अंतर्राष्टीय मीडिया का कहना है कि भारत और चीन के बीच हुई हिंसा के दौरान 45 चीनी सैनिक मारे गए थे।
वहीं दूसरी तरफ ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गलवान हिंसा पर चीनी सैनिकों का आंकड़ा बताने वाले एक ब्लॉगर को हिरासत में ले लिया था और अब उसे 8 महीने की सजा सुनाई है। बता दें कि इंटरनेट पर उसके कम से कम 2.5 मिलियन फॉलोअर्स थे और सिलेब्रिटी स्टेटस भी मिल चुका है। वहीं सरकार ने ब्लॉगर पर शहीद सैनिकों के अपमान का आरोप लगाया है।
भारत और चीन के बीच गलवान हिंसा
एक साल पहले 15 और 16 जून की रात को पूर्वी लद्दाख के पास एलएसी पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच जमकर हिंसा हुई थी। हिंसा के दौरान गोलीबारी नहीं बल्कि ईंट पत्थर और नुकिले चीजों से हमला किया गया था। इस हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। जबकि चीन ने कहा था कि उसके सिर्फ 4 जवान मारे गए हैं।