भारत और नेपाल के बीच विवाद बढ़ाने में है इस चीनी अधिकारी का हाथ, पीएमओ से लेकर राष्ट्रपति तक है अच्छी पहुंच
नेपाल में चीन की राजदूत होउ यांगकी इस समय की सबसे ताकतवर डिप्लोमैट है। भारत और नेपाल के संबंध बिगाड़ने में होउ की अहम भूमिका मानी जा रही है।;
भारत और नेपाल के बीच विवाद बढ़ाने में चीन का बहुत बड़ा हाथ है। जानकारी के अनुसार, नेपाल में चीन की राजदूत होउ यांगकी इस समय की सबसे ताकतवर डिप्लोमैट है। भारत और नेपाल के संबंध बिगाड़ने में होउ की अहम भूमिका मानी जा रही है। इतना ही नहीं, नेपाल के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी यांगकी के अच्छे संबंध हैं।
चीन और नेपाल के राष्ट्रपति की करवाई थी बात
रिपोर्ट के अनुसार, नेपाल के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ पूर्णचंद थापा के साथ भी होउ यांगकी के अच्छे संबंध हैं। बताया जा रहा है कि चीन की एम्बेसी में 13 मई की डिनर के दैरान थापा को चीफ गेस्ट बनाया गया था। इसके अलावा, उन्होंने कोरोना वायरस से निपटने के संबंध में नेपाल और चीन के राष्ट्रपति की भी आपस में बात करवाई थी।
भारत और नेपाल के विवाद में भी है इनका हाथ
जानकारी के अनुसार, भारत और नेपाल के बीच के नक्सा विवाद में भी होउ की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इसके लिए भारतीय मीडिया ने उन पर आरोप भी लगाया था। लेकिन उन्होंने इसमें अपनी भागीदारी से साफ इनकार कर दिया था। बताया जा रहा है कि वो नेपाल के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लगातार संपर्क में रहती हैं। इसके अलावा मई में जब ओली सरकार गिरने वाली थी, तब भी होउ ओली की कुर्सी बचाने में काफी मददगार साबित हुई थी।