ग्रे लिस्ट में ही रहेगा पाकिस्तान, फाइनेंशिल एक्शन टॉस्क फोर्स ने लगाई मुहर
पाकिस्तान अगर ग्रे लिस्ट में रहेगा तो उसकी आर्थिक स्थिति पर काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसके कारण उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ), विश्व बैंक और यूरोपीय संघ जैसे संस्थानों से किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद भी नहीं मिल पाएगी।;
फाइनेंशिल एक्शन टॉस्क फोर्स की बैठक में तय किया गया है कि पाकिस्तान अभी ग्रे लिस्ट में ही रहेगा। जानकारी मिल रही है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ 27 सूत्रीय एजेंडे को पूरा करने में पूरी तरह से नाकामयाब रहा है। साथ ही पाकिस्तान ने आतंकवादियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इस कारण से एफएटीएफ ने फैसला किया है कि पाकिस्तान अभी ग्रे लिस्ट में ही बना रहेगा।
तुर्की ने किया बचाव, तो विपक्ष में दिखे कई देश
जानकारी मिल रही है कि इस दौरान तुर्की ने पाकिस्तान का सपोर्ट किया। तुर्की ने कहा कि हमें पाकिस्तान के अच्छे कामों पर भी ध्यान देना चाहिए। हालांकि दूसरे अन्य देश पाकिस्तान से काफी नाराज नजर आए। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी शामिल थे। ये देश पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ उसके रवैये से संतुष्ट नजर नहीं आए।
आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा बुरा असर
बता दें कि पाकिस्तान अगर ग्रे लिस्ट में रहेगा तो उसकी आर्थिक स्थिति पर काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसके कारण उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ), विश्व बैंक और यूरोपीय संघ जैसे संस्थानों से किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद भी नहीं मिल पाएगी। वहीं दूसरे देश भी पाकिस्तान को आर्थिक मदद देना बंद कर देंगे। इससे उसकी स्थिति कंगाली की हालत में पहुंच जाएगी।