Pakistan Economic Crisis: शेरों को पालने में ही पाकिस्तान हुआ फूस, भैंस से भी कम कीमत पर जंगल के राजा को बेचने की आई नौबत

पाकिस्तान की डगमगाती आर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर लाने के लिए शाहबाज शरीफ (shahbaz sharif) सरकार ने अपनी सरकारी संपत्तियों को विदेशियों को बेचने का फैसला पहले ही कर लिया है।;

Update: 2022-07-29 11:53 GMT

श्रीलंका के बाद अब पाकिस्तान (pakistan) पर भी आर्थिक संकट (economic crisis) के बादल मंडरा रहे हैं। लाख कोशिशों के बाद भी देश अपने आर्थिक संकट से बाहर नहीं निकल पा रहा है। यहां महंगाई आसमान छूने को तैयार है। इससे न सिर्फ खाने-पीने की चीजें प्रभावित हो रही हैं, बल्कि मवेशियों के दामों पर भी असर पड़ रहा हैं। डगमगाती आर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर लाने के लिए शाहबाज शरीफ (shahbaz sharif) सरकार ने अपनी सरकारी संपत्तियों को विदेशियों को बेचने का फैसला पहले ही कर लिया है।

इसी बीच पड़ोसी देश से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है। खबरों की मानें तो पाकिस्तान में एक शेर (lion) की कीमत एक भैंस की कीमत से कम है, यानी आप पाकिस्तान में एक भैंस (buffalo) से भी कम दाम में शेर खरीद सकते हैं। समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक लाहौर सफारी चिड़ियाघर (lahore safari zoo) का प्रशासन अपने कुछ अफ्रीकी शेरों को 150,000 पाकिस्तानी रुपये प्रति शेर की मामूली कीमत पर बेचने के लिए तैयार है।

इसकी तुलना में ऑनलाइन मार्केटप्लेस (online marketplace) पर एक भैंस 350,000 रुपये से 10 लाख रुपये के बीच हैं। कुल मिलाकर एक भैंस की कीमत शेर के मुकाबले कई गुना ज्यादा हैं। चिड़ियाघर प्रशासन ने रखरखाव और अन्य खर्चों की बढ़ती लागत को पूरा करने के लिए जानवरों को बेचने का फैसला किया है। लाहौर में सफारी चिड़ियाघर देश भर के अन्य चिड़ियाघरों के विपरीत एक विशाल परिसर है।

142 एकड़ में फैले इस परिसर में कई जंगली जानवर हैं। हालांकि इसका गौरव इसकी 40 शेरो की नस्लों पर ही टिका है। इन्हें बेचने का विचार है क्योंकि न केवल इन्हें प्रबंधित करना मुश्किल है, बल्कि ये काफी महंगे भी हैं। इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन (zoo administration) ने कहा कि वे नियमित रूप से कुछ शेर बेचते हैं और आय का उपयोग खर्च बढ़ाने के लिए करते हैं। पिछले साल सफारी जू में सीमित जगह का हवाला देकर 14 शेर बेचे गए थे।

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