पाक पीएम शहबाज ने इमरान को दी चेतावनी, कहा- गृह युद्ध भड़काना बंद करो वरना...

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को एबटाबाद में भाषण दिया था। इसमें उन्होंने मौजूदा पीएम शहबाज शरीफ पर गंभीर आरोप लगाए। पढ़िये यह रिपोर्ट...;

Update: 2022-05-09 02:48 GMT

भारत (India) के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shehbaz Sharif) ने इमरान खान (Imran Khan) को गृह युद्ध (Civil War In Pakistan) भड़काने के प्रयासों के लिए कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। इमरान खान ने रविवार को एबटाबाद (Abbottabad) में भाषण दिया था, जिसे शहबाज ने इसे पाकिस्तान के खिलाफ साजिश करार दिया है। उन्होंने सख्त लहजे में इमरान को चेतावनी दी है कि अगर अपनी हरकतों से बाज नहीं आते तो उन्हें और ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। 

पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान के 22 करोड़ लोग संविधान और राष्ट्रीय संस्थाएं एक व्यक्ति के अहंकार के गुलाम नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इमरान नियाजी जनता को गुलाम बनाना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें पाकिस्तान का हिटलर नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा कि इमरान हमेशा झूठ बोलते रहे हैं और आज भी बोल रहे हैं। उन्हें अब सच्चाई का सामना करना पड़ेगा।

शहबाज ने इमरान खान की तुलना मीर जाफर और मीर सादिक से की। इन दोनों ने राष्ट्रीय संस्थानों के खिलाफ कहानी गढ़ी थी। उन्होंने कहा कि इमरान पाकिस्तान को लीबिया और इराक जैसा बनाना चाहते हैं। शहबाज ने एबटाबाद रैली में इमरान के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि आज पाकिस्तान की स्थिति, संविधान और राष्ट्रीय संस्थानों को चुनौती दी गई है। वे केवल सियासत चमकाने के लिए गृह युद्ध छेड़ने का काम कर रहे हैं। अगर इससे बाज नहीं आते तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। उन्होंने पीटीआई अध्यक्ष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी बात कही है।

बता दें कि मीर सादिक मैसूर के टीपू सुल्तान के मंत्री थे। 1798-99 में चौथे एंग्लो-मैसूर युद्ध में श्रीरंगपट्टनम की घेराबंदी के दौरान उन्होंने टीपू सुल्तान को धोखा दिया, जिससे ब्रिटिश जीत का मार्ग प्रशस्त हुआ था।

इमरान खान लगाया था यह आरोप

पाक के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एबटाबाद की रैली में पीएम शहबाज शरीफ पर जमकर प्रहार किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि शरीफ परिवार ने जो झूठ बोला है, मैंने पहले कभी किसी को ऐसे झूठ फैलाते नहीं देखा। आयातित सरकार सत्ता में आते ही सभी सामानों की कीमतें बढ़ गईं हैं। चोरी के पैसे विदेश भेजे जाने पर पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले अमेरिकी डॉलर का मूल्य बढ़ गए हैं। 

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