पाकिस्तान: बलूचिस्तान में आतंकियों ने मोहम्मद अली जिन्ना की प्रतिमा को बम से उड़ाया, बबगर बलोच ने ली हमले की जिम्मेदारी
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' (Pakistani newspaper Dawn) के मुताबिक, पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना (Muhammad Ali Jinnah) की एक प्रतिमा को सुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले मरीन ड्राइव (Marine Drive) पर जून में स्थापित की गई थी।;
पाकिस्तान (Pakistan) के अशांत बलूचिस्तान प्रांत (Balochistan) में आतंकियों ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना (Pakistan's founder Muhammad Ali Jinnah) की प्रतिमा (statue) को बम से उड़ाकर पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। जिन्ना की प्रतिमा प्रांत (province) के तटीय शहर ग्वादर में स्थित थी। पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' (Pakistani newspaper Dawn) के मुताबिक, पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना (Muhammad Ali Jinnah) की एक प्रतिमा को सुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले मरीन ड्राइव (Marine Drive) पर जून में स्थापित की गई थी। बीते रविवार की सुबह प्रतिमा (Statue) के नीचे विस्फोटक (Explosives) रखकर उसे उड़ा दिया गया। धमाके (Blast) से जिन्ना (Jinnah's) की प्रतिमा पूरी तरह से नष्ट हो गई है।
बीबीसी उर्दू (BBC Urdu) की खबर के अनुसार, प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बलोच रिपब्लिकन आर्मी (banned terrorist organization Baloch Republican Army) के प्रवक्ता बबगर बलोच (Babgar Baloch) ने इस बम धमाके की जिम्मेदारी ली है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक उर्दू अखबार ने ग्वादर के उपायुक्त मेजर (Retd- सेवानिवृत्त) अब्दुल कबीर खान के हवाले से कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच (high-level inquiry) की जा रही है।
अब्दुल कबीर खान का कहना है कि बम लगाकर मोहम्मद अली जिन्ना की प्रतिमा को नष्ट करने वाले आतंकवादी पर्यटकों के रूप में इलाके में घुसे थे। उनके मुताबिक, इस मामले के संबंध में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि करीब 48 घंटों के भीतर जांच पूरी कर ली जाएगी। हम मामले को सभी एंगल से देख रहे हैं और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि मोहम्मद अली जिन्ना 1913 से लेकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान की स्थापना तक ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के नेता रहे थे। इसके बाद वर्ष 1948 में निधन होने तक वह पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल रहे थे।