रूस के नर्सिंग होम में लगी आग, 20 लोगों की गई जान, इमारत को गर्म रखना पड़ा भारी
रूस में साइबेरियाई शहर केमेरोवो के एक नर्सिंग होम में आग लगने से 20 बेकसूर लोगों की मौत हो गई। रूस के आपात मंत्रालय ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। आग लगने की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है।;
रूस में साइबेरियाई शहर केमेरोवो के एक नर्सिंग होम में आग लगने से 20 बेकसूर लोगों की मौत हो गई। इसकी जानकारी रूस के आपात मंत्रालय ने शनिवार दी। मंत्रालय ने बताया कि मॉस्को से करीब 3,000 किलोमीटर पूर्व में स्थित केमोरोवो शहर में दो मंजिला लकड़ी की इमारत में शुक्रवार देर रात आग लग गई। समाचार एजेंसी तास ने फायर सेफ्टी के अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि इमारत की दूसरी मंजिल पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है। आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन आग लगने की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट की मांने तो इस इमारत को गर्म रखने के लिए स्टोव का सहारा लिया जा रहा था। हीटिंग करने वाला चूल्हा ठीक से काम नहीं कर रहा था। इसके कारण से नर्सिंग होम में अचानक आग लग गई। मंत्रालय ने अभी तक साफ नहीं किया है कि आग लगने के दौरान इस निजी नर्सिंग होम में कितने लोग मौजूद थे।
मंत्रालय ने कहा कि घटनास्थल पर राहत कार्य जारी है। तमाम झुलसे लोगों का इलाज अस्पताल में कराया जा रहा है, लेकिन झुलसे दो लोगों की हालत बहुत ही गंभीर बनी है। पुलिस लगातार मामले की जांच कर आग लगने की वजह तलाशने में जुटी है।
बता दें कि केमेरोवो के नर्सिंग होम में आग लगने की घटना पहली नहीं है। इससे पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन बावजूद इसके इन लापरवाहियों पर नकेल नहीं कसी जा सकी है। 8 जनवरी को दो मंजिला बोर्डिंग हाउस 'गोल्डन एज' की पहली मंजिल में भी आग लग गई थी, जिससे चार लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे।
फायर ब्रिगेड का कहना है कि रूस में कई नर्सिंग होम निजी घरों में चलाए जा रहे हैं। इन नर्सिंग होम्स को फायर सेफ्टी ऑडिट के अधीन नहीं किया जा सकता क्योंकि ज्यादातर नर्सिंग होम रजिस्टरों में पंजीकरण ही नहीं किए जाते। साथ ही, फायर ऑफिसरों को भी ऐसे घरों में चलने वाले नर्सिंग होम में प्रवेश करने की भी अनुमति नहीं होती। ऐसे में नियमों को और सख्त बनाने की जरूरत है।