सऊदी अरब की मस्जिदों में लाउडस्पीकर की आवाज कम करने का आदेश, भड़के कट्टरपंथी

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आदेश में यह में कहा गया कि अजान शुरू करने का संकेत देने के बाद लाउडस्‍पीकर को बंद कर दिया जाना चाहिए।;

Update: 2021-06-01 11:07 GMT

सऊदी अरब (saudi arabia) की मस्जिदों (mosques) में अजान के दौरान लाउडस्पीकर (loudspeaker) की आवाज कम करने का आदेश दिया गया है। इस आदेश के बाद सऊदी में मुस्लिम कट्टरपंथी भड़क उठे हैं। जबकि आम जनता ने इस आदेश का स्वागत किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीते हफ्ते एक सर्कुलर जारी किया गया था। जिसमें कहा गया था कि मस्जिदों में अजान के दौरान लाउडस्‍पीकर की आवाज अधिकतम आवाज का एक तिहाई ही होना चाहिए। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आदेश में यह में कहा गया कि अजान शुरू करने का संकेत देने के बाद लाउडस्‍पीकर को बंद कर दिया जाना चाहिए। सऊदी सरकार का कहना है कि पूरी नमाज को लाउडस्‍पीकर पर सुनाने की कोई आवश्यकता नहीं है। इस आदेश के बाद सऊदी अरब और मुस्लिम देशों में सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया है। जानकारी के अनुसार, मुस्लिम कट्टरपंथियों ने ट्विटर पर अब रेस्‍त्रां और कैफे के भीतर तेज आवाज बंद करने का हैशटैग ट्रेंड शुरू किया है।

सोशल मीडिया पर चले इस अभियान के दबाव के सऊदी सरकार ने सफाई पेश की है। सऊदी अरब के इस्‍लामिक मामलों के मंत्री अब्‍दुललतीफ अल शेख ने कहा है कि कई परिवारों ने शिकायत की थी कि नमाज में तेज आवाज में काफी देर तक प्रसारित होने के कारण उनके बच्‍चों की नींद में खलल पड़ती यानी प्रभावित होती है। जिन लोगों को अजान पढ़ना है उन्‍हें इमाम के अजान पढ़ने के आह्वान का इंतजार करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, सऊदी अरब में यह बदलाव सार्वजनिक जीवन में धर्म की भूमिका को लेकर प्रिंस मोहम्‍मद बिन सलमान की तरफ से किए जा रहे सुधार का हिस्‍सा है। बता दें कि प्रिंस मोहम्‍मद सलमान ने कई सामाजिक प्रतिबंधों में ढील दी है। जबकि, रियाद के लोगों का कहा है कि कई मस्जिदों में लाउडस्‍पीकर की आवाज को कम कर दिया गया है। मंत्री शेख का कहना है कि इस आदेश की आलोचना वे लोग कर रहे हैं जो घृणा को भड़काना चाहते हैं। इस तरह के लोग सऊदी अरब के दुश्‍मन हैं।

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