Solar Storm: सूर्य की तरफ से आ रहा विनाशकारी तूफान आज टकराएगा धरती से, होंगे ये घातक असर
जहां दुनिया एक तरफ कोरोना महामारी को लेकर चिंतित हैं तो वहीं अंतरिक्ष में कुछ बड़ा घटनाक्रम होने जा रहा है। माना जा रहा है कि सूर्य की सतह पर पैदा हुआ एक महाविनाशकारी सोलर तूफान तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है।;
जहां दुनिया एक तरफ कोरोना महामारी को लेकर चिंतित हैं तो वहीं अंतरिक्ष में कुछ बड़ा घटनाक्रम होने जा रहा है। माना जा रहा है कि सूर्य की सतह पर पैदा हुआ एक महाविनाशकारी सोलर तूफान तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। आज रात तक पृथ्वी से टकरा सकता है। नासा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूर्य तूफान 609344 किलोमीटर की रफ्तार से आ रहा है।
इन चीजों पर होगा असर
विशेषज्ञों का मानना है कि जब यह तूफान पृथ्वी से टकराएगा तो कई चीजें काम करना बंद कर देंगी और बिजली गूल हो जाएगी। इस तूफान का असर सैटेलाइट सिग्नल, विमानों की उड़ान, जीपीएस सिस्टम, रेडियो सिग्नल, सैटेलाइट सिग्नल, कम्यूनिकेशन और मौसम पर खास तौर से दिखेगा। इससे पहले साल 1989 में ऐसा ही भयंकर तूफान आया था। जिसकी वजह से कनाडा में कम से कम 12 घंटे तक बिजली नहीं आई थी।
ऐसे होगा पृथ्वी का रंग
वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तरी या दक्षिणी अक्षांशों में रहने वाले लोग रात में खूबसूरत उरोरा देख सकेंगे, यह समुद्र के नजदीक है। रात के समय आसमान में चमकीली रोशनी होगी। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इससे सैटेलाइट के संकेत बाधित हो सकते हैं। सोलर तूफान पृथ्वी के बाहरी वातावरण को गर्म कर सकते है। जिससे सीधे सैटेलाइटों पर प्रभाव पड़ेगा।
दुनिया में देखा गया बड़ा तूफान
हालांकि, यह आमतौर पर दुर्लभ है। क्योंकि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र इसके खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करता है। 1989 में आया प्रचंड तूफान दुनिया में दिखाई दिया। उस समय लोगों को लगा कि पृथ्वी का अंत होने वाला है। तीन रातों तक उत्तरी आकाश में हर जगह केवल आग ही दिखाई दे रही थी। आसमान का हर हिस्सा ऐसा लग रहा था कि मानों आग की लपटों में बदल गया हो। आधी रात को किले के ऊपर भयानक आग की किरणें निकलीं, जो बहुत ही भयानक और डरावनी थीं।