ज्योतिरादित्य सिंधिया पर सचिन पायलट ने तोड़ी चुप्पी, मामला न सुलझा पाने पर पार्टी नेतृत्व की बतायी हार
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर आखिर चुप्पी तोड़ दी है। लेकिन अपनी पार्टी को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है।;
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद चुप्पी तोड़ी है। मध्यप्रदेश कांग्रेस नेता के इस्तीफे के करीब 36 घंटे बाद सचिन पायलट ने ट्विट किया है। जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर दुख जताया है। साथ ही पार्टी नेतृत्व को भी कठघरे में खड़ा किया है।
राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने ज्योतिरादित्य सिंधिया मामले पर चुप्पी साथ रखी थी। होली के दिन दोपहर 12.10 पर इस्तीफा देने के बावजूद 24 घंटे तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। आखिर 36 घंटे बाद बुधवार देर रात मामले पर सचिन पायलट ने ट्विट किया है। सचिन पायलट ने लिखा कि जिस तरह से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को छोड़ा है वह काफी दुखद है। मैं उम्मीद करता था कि सभी मुद्दों को पार्टी के भीतर सहयोगपूर्वक हल किया जाता।
Unfortunate to see @JM_Scindia parting ways with @INCIndia. I wish things could have been resolved collaboratively within the party.
— Sachin Pilot (@SachinPilot) March 11, 2020
सोशल मीडिया यूजर्स ने साधा निशाना
सचिन पायलट के ट्विट के बाद सोशल मीडिया यूजर्स जमकर निशाना साध रहे हैं। साथ ही सचिन पायलट के ट्विट का मतलब भी समजा रहे हैं। दिल्ली सरकार में सलाहकर के पद पर कार्यरत ललित विजय ने लिखा है कि सचिन पायलट यह बता रहे हैं कि कांग्रेस नेतृत्व मध्यप्रदेश के अंतरकलह को गंभीरता से लेने में चूक गई, जिसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ा। ज्योतिरादित्य का भाजपा में जाना सबसे बड़ी कांग्रेस नेतृत्व की हार है।
सचिन पायलट यह बता रहे हैं कि कांग्रेस नेतृत्व मध्यप्रदेश के अंतरकलह को गंभीरता से लेने में चूक गई, जिसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ा।
— LALIT VIJAY (@lalitvijay9) March 11, 2020
ज्योतिरादित्य का भाजपा में जाना सबसे बड़ी कांग्रेस नेतृत्व की हार है। #jyotiradityaSindhiya