रहाणे समेत ये खिलाड़ियों हो सकते हैं सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर, जानिए किसकी होगी जेब गर्म
BCCI Central Contract: बीसीसीआई जल्द नए सेंटर कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा कर सकती है। माना जा रहा हैं इस सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या और शुभमन गिल का प्रमोशन हो सकता है।;
बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Central Contract) की नई लिस्ट जारी करने की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी महीने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए होने वाली बैठक में नए अनुबंध की घोषणा की जाएग। माना जा रहा है कि अजिंक्य रहाणे, ईशांत शर्मा और रिद्धिमान साहा जैसे खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया जा सकता है। जबकि सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या और शुभमन गिल को प्रमोशन (promoted) मिलना तय माना जा रहा है।
इन खिलाड़ियों को मिलना प्रमोशन
सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) इस समय शानदार फॉर्म में हैं और प्रदर्शteन का इनाम मिलना निश्चित है। सूर्य फिलहाल ग्रुप सी में हैं। इसके हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को भविष्य में टी20 कप्तान के तौर पर भी देखा जा रहा है और उन्हें भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में प्रमोट किया जाएगा। पांड्या फिलहाल ग्रुप बी में हैं। इसके अलावा विस्फोटक सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के भी सालाना राशि में इजाफा किए जाने की खबर है। गिल लगातार टेस्ट और वनडे (Tests and ODIs) में टीम के लिए खेल रहे हैं। उन्हें ग्रुप सी से प्रमोट कर ग्रुप ए में भी रखा जा सकता है। लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे अजिंक्य रहाणे, इशांत शर्मा और रिद्धिमान साहा का भी कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होना तय है। साहा को इस साल की शुरुआत में कहा गया था कि अब उनके लिए टीम इंडिया (Team India) में जगह नहीं है।
चार श्रेणी में है बीसीसीआई का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट
आपको बता दें कि बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Central Contract) A+.के तहत सिर्फ वही खिलाड़ी आते हैं जो तीनों प्रारूप खेलते हैं। इस लिस्ट में विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह शामिल हैं। इस लिस्ट में आने वाले खिलाड़ियों को बोर्ड की तरफ से हर साल 7 करोड़ रुपए सैलरी मिलती है। ग्रुप A में आने वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़, ग्रुप बी को 3 करोड़ और ग्रुप सी को 1 करोड़ रुपए मिलते हैं। अनुबंध पाने वाले खिलाड़ियों के प्रदर्शन के साथ-साथ उनके लिए हर साल कम से कम अंतरराष्ट्रीय मैच (international match every year) खेलने की भी शर्त होती है।