Commonwealth Games 2022: पान की दुकान चलाते हैं CW में देश को पहला मेडल दिलाने वाले के पिता, जानें इस वेटलिफ्टर की कहानी
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में भारत के पदकों का खाता खुल गया है। संकेत महादेव सरगर (Sanket Mahadev Sargar) ने पुरुष वेटलिफ्टिंग के 55 किलो (men's weightlifting 55 kg category) भारवर्ग में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया। संकेत सरगर ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क को मिला कुल 248 किग्रा वजन उठाते हुए सिल्वर मेडल अपने (lifting a total of 248 kg) नाम कर लिया।;
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में भारत के पदकों का खाता खुल गया है। संकेत महादेव सरगर (Sanket Mahadev Sargar) ने पुरुष वेटलिफ्टिंग के 55 किलो (men's weightlifting 55 kg category) भारवर्ग में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया। संकेत सरगर ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क को मिला कुल 248 किग्रा वजन उठाते हुए सिल्वर मेडल अपने (lifting a total of 248 kg) नाम कर लिया। हालांकि, वे गोल्ड मेडल भी जीत सकते थे, लेकिन फाइनल में दूसरे अटेम्प्ट के दौरान वे चोटिल हो गए (his second attempt in the final)। चोट के बावजूद वे तीसरे अटेम्प्ट के लिए आए, लेकिन उनकी वो चोट और भी ज्यादा गंभीर हो गई (third attempt)।
संकेत ने हाल ही में कहा...
महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाले संकेत का वेटलिफ्टिंग( Maharashtra's Sangli) से गहरा लगाव रहा है। 21 साल के संकेत कोल्हापुर के शिवाजी यूनिवर्सिटी में इतिहास के छात्र हैं। वह खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2020 और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में(Khelo India Youth Games) भी चैम्पियन रहे थे। संकेत 55 किग्रा वर्ग में राष्ट्रीय रिकॉर्ड (कुल 256 किलो) भी रखते हैं। बता दे कि संकेत के पिता की (Sanket's father has a)सांगली में पान की दुकान है। वह अपने पिता को अब आराम करते हुए देखना चाहते (Sanket recently said) हैं। संकेत ने हाल ही में कहा, 'अगर मैं गोल्ड जीत लेता हूं तो अपने पिता की मदद करूंगा। उन्होंने मेरे लिए काफी मेहनत किया है। मैं उन्हें अब खुशियां देना चाहता हूं।' संकेत का टारगेट पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण जीतना है।'साथ ही वे कहते हैं कि , मैं अपना पदक भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित करता हूं, जिन्होंने देश की आज़ादी के (dedicate my medal to the freedom fighters) लिये अपने प्राण न्यौछावर कर दिये।मेडल जीतकर बहुत अच्छा लग रहा है। लेकिन थोड़ा नाराज भी हूं क्योंकि मुझे गोल्ड मेडल जीतना (gold medal)था।'
इसके अलाव संकेत महादेव सरगर के पिता महादेव सरगर ने कहा 'मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मेरे बेटे ने रजत पदक जीता है। मेरी चाय और पान की दुकान है जिससे मैं अपना खर्चा चलाता हूं। मेरी बेटी ने हरियाणा के पंचकुला में(gold medal in Panchkula) स्वर्ण पदक जीता और बेटे ने लंदन में रजत पदक जीता है जिससे मैं खुश हूं'।
संकेत से भी पदक की उम्मीद थी
मालूम हो कि पिछली बार गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों (last Commonwealth Games) में सतीश शिवलिंगम और आर वेंकट राहुल ने स्वर्ण पदक जीता (Satish Shivalingam and R Venkat) था। संकेत से भी पदक की उम्मीद थी, लेकिन वह चोटिल होने के चलते आखिरी राउंड में( lift the weight properly) सही से भार लिफ्ट नहीं कर सके. भरोत्तोलन को 1950 में पहली बार इन खेलों में शामिल किया गया था। भारत को अबकी इस खेल में काफी मेडल की उम्मीद (lot of medals in this game) है।