अब फुटबाल लीजेंड माराडोना की मौत पर उठे सवाल, पुलिस ने डॉक्टर के घर मारा छापा
डिएगो माराडोना दुनिया के महान प्लेयर में से एक थे। उन्होंने अर्जेंटीना को 1986 के फित्बोल वर्ल्ड कप में दिलाई थी जीत;
दुनिया के महान फुटबाल प्लेयर डिएगो माराडोना की 25 नवंबर को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। अब उनकी मौत को लेकर उनकी बेटी ने सवाल उठाए हैं। अर्जेंटीना मीडिया के मुताबिक डिएगो माराडोना की बेटी ने आरोप लगाया था कि डॉक्टर ने उन्हें सही दवाई नहीं दी थी। इस वजह से उनकी मौत हुई। इसके साथ परिवार के अन्य लोगों और वकीलों ने भी आरोप लगाया है कि डॉक्टर्स ने इलाज के दौरान लापरवाही की थी। जिस वजह से उनकी जान गई। इस पर माराडोना के वकील मटियास मोरला ने बताया की माराडोना के घर एम्बुलेंस 30 मिनट्स से भी ज्यादा का समय लगाया था। उनका सीधा हॉस्पिटल पर देरी से इलाज करने का भी आरोप लगाया है। इस पर मोरला ने विस्त्रत जांच की मांग की है। इस वजह से पुलिस ने माराडोना के डॉक्टर लियोपोल्ड़ो लुके के घर, ऑफिस और क्लीनिक पर लगातार छापेमारी की है।
आपको बता दें की डिएगो माराडोना दुनिया के महान प्लेयर में से एक थे। उन्होंने अर्जेंटीना को 1986 के फित्बोल वर्ल्ड कप में जीत दिलाई थी। इस मैच में उन्होंने हाथ की मदद से गोल किया था। इस वजह से उन्हें "हैंड ऑफ गॉड" का नाम दिया गया था। इस मैच में उन्होंने इंग्लैंड से 2-1 से जीत हासिल की थी । FIFA की तरफ से प्लेयर ऑफ दी सेंचुरी पुरस्कार भी जीता था। डिएगो ऐसे खिलाड़ी थे, जो अपने दम पर 1986 में अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप में जीत दिलाकर लौटे थे। उस मैच में माराडोना ही कप्तान थे ।
इस महान खिलाड़ी की मौत 60 साल की उम्र में हार्ट अटैक की वजह से 25 नवंबर को हो गई। इससे पहले ही 14 नवंबर को डिएगो की ब्रेन सर्जरी के बाद हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई थी। उसके बाद उनके वकील ने ही उनके निधन की जानकारी सार्वजनिक की थी। इस खबर से दुनियाभर के लोगों ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।