महिला एथलीट ने कोच पर लगाए कई गंभीर आरोप, चिट्टी में किए कई चौंकाने वाले खुलासे
वहीं महिला चालक ने चिट्ठी लिखकर कई बातों का खुलासा किया। साथ ही कोच आरके शर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए।;
एक टॉप भारतीय महिला साइकिल चालक (Indian woman cyclist) ने भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) को एक शिकायत में राष्ट्रीय कोच आरके शर्मा पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शिकायत के मुताबिक, 29 मई को टीम के स्लोवेनिया दौरे (Trip to Slovenia) के दौरान शर्मा ने जबरन अपने कमरे में घुसकर साइकिल सवार को परेशान किया। साथ ही कोच ने महिला साइकिल चालक को अपनी पत्नी बनने के लिए" कहा। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) ने बुधवार को स्लोवेनिया की अपनी एक्सपोजर यात्रा से पूरे भारतीय दल को वापस बुला लिया।
वहीं महिला चालक ने चिट्ठी लिखकर कई बातों का खुलासा किया। साथ ही कोच आरके शर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान महिला चालक ने अपनी चिट्ठी में लिखा, "स्लोवेनिया में 15 मई से 14 जून के लिए साइकिलिंग ट्रेनिंग कैंप के लिए हमें जाना था, सारी तैयारियां होने के बाद और रवानगी के तीन दिन पहले कोच आरके शर्मा ने मुझे कॉल किया और कहा कि मुझे उनके साथ कमरा शेयर करना होगा। जिसे सुनने के बाद मैं हैरान थी और काफी परेशान हो गई, मैंने फिजियो से भी बात की।" महिला चालक ने आगे कहा कि मैंने दो दिन बाद स्लोवेनिया के लिए फ्लाइट लेते हुए सोचा की गंतव्य पर पहुंचने पर अलग से कुछ व्यवस्था हो जाएगी। लेकिन होटल पहुंचने के बाद मुझे अलग कमरा देने से मना कर दिया गया। इस दौरान कोच ने मेरे साथ बदतमीजी से बात की और धमकी देते हुए कहा कि वो चाहें तो वो मुझे कैंप में भी नहीं आने देते। हालांकि, बाद में मुझे अलग से कमरा मिल गया। जिसके बाद कोच नाराज हो गए और मेरा करियर खत्म करने की धमकी देने लगे।
महिला खिलाड़ी ने चिट्ठी में लिखा कि, कोच यहीं नहीं रुके उन्होंने मुझे 19 मई को मसाज के लिए कमरे में बुलाया, 29 मई को कोच जबरन मेरे कमरे में घुस आए और जबरदस्ती करने लगे। मैंने उसके बाद अपने आप को संभालते हुए शिकायत करने की ठानी। महिला साइकिल चालक 3 जून को भारत वापस आ गईं। वहीं मामले की जांच के लिए SAI ने दो अलग-अलग जांच पैनल- एक साई द्वारा और दूसरा सीएफआई द्वारा का गठन किया है।
एथलीट द्वारा शिकायत के बाद ही SAI ने उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उसे तुरंत वापस बुला लिया और उसके बाद मामले की जांच के लिए एक समिति भी गठित की है। मामले को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जा रहा है और जल्द ही इसे सुलझा लिया जाएगा। हालांकि, स्लोवेनिया में कोई महिला कोच मौजूद नहीं थी। साइक्लिस्ट, जो एलीट टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम का हिस्सा है, ने टॉप्स के सीईओ कमोडोर पीके गर्ग के पास शिकायत दर्ज कराने से पहले ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट की जानकारी दी।