Ashwin Interview: बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद संन्यास लेने वाले थे आर अश्विन, कहा- साथी दोस्त नहीं

Ashwin Interview: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने हाल ही में एक अखबार को दिए इंटरव्यू (Interview) में खुलासा किया है कि वह क्रिकेट से संन्यास (Retirement) के बारे में सोच रहे थे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि टीम के खिलाड़ी अब दोस्त नहीं हैं।;

Update: 2023-06-18 12:35 GMT

Ashwin Interview: भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उन्हें इंग्लैंड (England) के ओवल (Oval) में खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) के फाइनल मैच के 48 घंटे पहले पता था कि उन्हें टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन से बाहर से रखा जाएगा। आपको बता दें कि भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया (Australia) के हाथों 209 रनों के भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में अश्विन को बाहर बैठाने के बाद भारतीय टीम की बहुत आलोचना हुई थी।

WTC फाइनल से बाहर बैठने पर बयान

अश्विन ने एक अखबार को कहा कि मैं WTC फाइनल खेलना चाहता था, क्योंकि मैंने टीम को वहां पहुंचाने में एक भूमिका निभाई है। पिछले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अच्छी गेंदबाजी कर मैंने चार विकेट हासिल किए थे। 2018-19 के बाद से विदेशों में मैंने अच्छी गेंदबाजी की है और मैने टीम के लिए मैच जिताऊ प्रदर्शन किया है। पिछली बार जब भारतीय टीम इंग्लैंड में थी, तो टेस्ट सीरीज 2-2 के साथ ड्रॉ रही थी। उस दौरान टीम में एक स्पिनर और चार तेज गेंदबाज थे। इसलिए टीम को लगा होगा कि चार पेसर और एक स्पिनर इंग्लैंड के परिस्थितियों के हिसाब से अच्छा संयोजन है।

WTC 2021-23 के दौरान अश्विन का प्रदर्शन

अश्विन ने WTC 2021-23 के दौरान 13 मैचों में 61 विकेट चटकाए हैं, जो 2021-23 के चैंपियनशिप का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। वहीं, भारतीय टीम के लिए इस दौरान अश्विन सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे। अनुभवी ऑफ स्पिनर ने अपना टेस्ट डेब्यू 2011 में किया था और इस प्रारूप में कुल 92 मैचों में 474 विकेट ले चुके हैं, इस दौरान अश्विन का बैटिंग औसत लगभग 27 का रहा है।

साथी खिलाड़ियों को लेकर दिया बयान

अश्विन कहते हैं कि मैने करियर में आने वाले उतार-चढ़ाव से निपटना सीख लिया है। मुझे लगता है कि आपको अपने जीवन के दौरान एक बार अवश्य ठोकर लगनी चाहिए, ताकि आप इसके अभ्यस्त हो जाएं और आप सीख सकें, कि वापसी कैसे की जानी चाहिए, यही जीवन है। उन्होंने आधुनिक समय के क्रिकेटर के अकेलेपन के बारे में भी बात की। अश्विन ने कहा कि अब टीम के साथी दोस्त नहीं, बल्कि सहकर्मी होते हैं।

संन्यास को लेकर बड़ा खुलासा

अश्विन ने इंटरव्यू के दौरान यह भी खुलासा किया कि वह इस साल की शुरुआत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद और डब्ल्यूटीसी फाइनल के पहले घुटने में चल रही समस्या के कारण संन्यास लेने वाले थे, लेकिन अब अश्विन ने अपने गेंदबाजी एक्शन में बदलाव कर लिया है। इसलिए उनको लगता है कि अब उनका करियर आगे बढ़ेगा। मैंने अपनी पत्नी से कहा था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज मेरी आखिरी सीरीज बन सकती है। उस दौरान मुझे घुटने की कुछ समस्याएं हुआ करती थी। तब मैंने अपनी पत्नी से कहा कि मैं अपने एक्शन में बदलाव करने जा रहा हूं, क्योंकि इसमें काफी गति आ गई है। इस एक्शन के जब मैं लैंड करता था, तो मेरा घुटना थोड़ा मुड़ रहा था। इसलिए मैं अपने 2013-14 के एक्शन पर वापस जा रहा हूं।

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