यूपी में सामने आए 12 नए कोरोना केस, दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर बड़ाई गई सख्ती
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 12 नए कोरोना केस सामने आए हैं। मामले को बेकाबू देखते हुए जिला प्रशासन ने दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को सील (Seal) कर दिया है।;
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 12 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। इनमें से सबसे अधिक आगरा में 7 मरीज पाए गए हैं। वहीं लखनऊ में पांच मरीज पाए गए हैं। केजीएमयू (KGMU) प्रशासन ने इस बात की जानकारी दी है। कुल कोरोना आंकड़ा में सबसे ज्यादा केस आगरा और लखनऊ में ही है।
आगरा में कुल आंकड़ा 300 को पार कर चुका है, तो वहीं लखनऊ में 180 पार कर चुका है। नए कोरोना केस (Corona Case) के साथ ही अब तक कुल मरीजों की संख्या 1343 हो गई है। इनमें से 814 लोग तब्लीगी जमात (Tablighi Jamaat) के हैं। हालांकि अब तक 162 पॉजिटिव मरीज ठीक भी हो चुके हैं।
राज्य के 53 जिलों में कोरोना का कहर
उत्तरप्रदेश में सबसे ज्यादा आगरा में 308, लखनऊ में 181, नोएडा में 102, मेरठ में 81, मुरादाबाद में 73, सहारनपुर में 72, फिरोजाबाद में 59, गाजियाबाद में 46, रायबरेली में 35, बिजनौर में 28, बुलंदशहर में 21, अमरोहा में 18, सीतापुर में 17, रामपुर में 16, बदायूं में 13 मरीज पाए गए हैं।
वहीं औरैया में 9, संभल-आजमगढ में 7-7, प्रतापगढ़-बरेली-गाजीपुर-मथुरा-कन्नौज में 6-6 , मुजफफरनगर-जौनपुर में 5-5, लखीमपुर-हाथरस-मैनपुरी में 4-4, कासगंज-एटा-मिर्जापुर-बांदा में 3-3, पीलीभीत-हरदोई-कौशांबी-इटावा-अलीगढ़ में 2-2, शाहजहांपुर-भदोही-उन्नाव-प्रयागराज-संतकबीरनगर-गोंडा-मऊ-सुल्तानपुर में 1-1 मरीज पाए गए हैं।
प्रदेश में अब तक 21 की मौत
प्रदेश में अब तक 21 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें से बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, कानपुर, लखनऊ और फिरोजाबाद में 1-1, मुरादाबाद में 5, मेरठ में 3 और आगरा में 6 कोरोना मरीजों की मौतें हुईं हैं। वहीं अब तक 162 मरीज ठीक हो चुके हैं।
आगरा से 18, लखनऊ से 9, गाजियाबाद से 13, नोएडा से 43,वाराणसी-बरेली-महराजगंज-सीतापुर से 6-6, गाजीपुर से 5, लखीमपुर खीरी-जौनपुर-हाथरस से 4, प्रतापगढ़-फ़िरोज़ाबाद से 3-3, हरदोई-पीलीभीत-शामली-बुलन्दशहर-कौशाम्बी से 2-2, प्रयागराज-शाहजहांपुर-कानपुर नगर-मुरादाबाद-बाराबंकी से 1-1 कोरोना मरीज ठीक हो चुके हैं।
दिल्ली-नोएडा बॉर्डर सील
कोरोना के कहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने दिल्ली से लगने वाली सभी सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि यहां पाए गए अधिकांश केस दिल्ली से ही जुड़े हैं। इसके चलते यह फैसला लिया गया है।
बता दें कि प्रशासन की तरफ से 20 अप्रैल को ये सीमाएं व्यापारिक और जरूरी कामों के लिए खोलने का फैसला लिया गया था। लेकिन नोएडा में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नोएडा- दिल्ली बार्डर सील कर दिया गया है।