Fact Check: बीएससी नर्सिंग को एमबीबीएस के बराबर मानने का नोटिस, जानें सच्चाई
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें भारतीय नर्सिंग काउंसिल की तरफ से बीएससी नर्सिंग के कैंडिडे्टस और MBBS कैंडिडे्टस को लेकर सूचना जारी की गई है। जानें इस वायरल पोस्ट की सच्चाई।;
Fact Check: इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा कथित तौर पर जारी एक नोटिस सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि बीएससी नर्सिंग के कैडिडे्टस, एमबीबीएस डिग्री वाले जूनियर डॉक्टरों के बराबर माने जाएंगे। कई लोगों ने भारतीय नर्सिंग काउंसिल द्वारा जारी सूचना की तरह दिखने वाली इस पोस्ट को साझा किया। इसमें कहा गया है कि सभी बीएससी नर्सिंग कैंडिडे्टस को अब "नर्सिंग ऑफिसर" कहा जाएगा और नर्सिंग कैंडिडे्टस का काम एमबीबीएस कैंडिडे्टस के बराबर माना जाएगा।आप इस दावे का आर्काइव्ड वर्जन यहां देख सकते है, जहां पर यह लिखा हुआ है।
इंडियन नर्सिंग काउंसिल की ऑफिशियल वेबसाइट पर इस प्रकार की कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई जिससे यह साबित हो सके। स्वास्थ्य मंत्रालय की नोटिस के आधार पर वायरल नोटिफिकेशन को फर्जी बताया गया है।
इसमें कहा गया है कि डाॅक्यूमेंट में फेक सिग्नेचर है और इस तरह की सूचना पर परिषद द्वारा कभी विचार नहीं किया गया और न ही जारी किया गया। सभी लोगों को सलाह दी जाती है कि फर्जी और मनगढ़ंत सूचना से बचें। सोशल मीडिया, अन्य प्लेटफार्मों में फर्जी सूचना को ट्रांसफर करने से या नोटिस लेने से बचें।
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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) ने 2017 में एक सर्कुलर जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि सभी स्टाफ नर्स को नर्सिंग ऑफिसर कहा जाना चाहिए और नर्सिंग बहनों को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर कहा जाना चाहिए। प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो द्वारा भी इस वायरल नोटिस फेक बताया गया है।